
पैरों से पूरी तरह अशक्त राजीव ने असम्भव को सम्भव कर बेनींगज कस्बे में रचा इतिहास
बेनीगंज/हरदोई_कहते है कि प्रतिभा किसी की गुलाम नही होती है।प्रतिभाशाली व्यक्ति चांहे जितनी समस्याओं से ग्रस्त हो वह अपने जज्बे से सभी प्रतिकूल परिस्थितियों को हराकर अपना मार्ग प्रशस्त कर ही लेता है।ऐसे प्रतिभा के धनी व्यक्ति हमारे समाज मे कम ही पाये जाते है।अधिकांश लोग बिना संघर्ष किये परिस्थितियों का हवाला देकर कही न कही समस्याओं से उलझने के बजाय उनसे बचते नजर आते है।ऐसे मे संघर्ष से मार्ग प्रशस्त करने वाले एक विकलांग की संघर्ष की कहानी बयां कर रहे है।जनपद हरदोई के कस्बा बेनीगंज के मोहल्ला कायस्थ टोला मे जन्मे राजीव श्रीवास्तव पैरो से पूरी तरह से अशक्त है।बावजूद इसके स्बालम्बन की ललक व समाज सेवा की भावना ने राजीव की विकलांगता को भी धता बता दिया।एक सक्षम व्यक्ति की तरह आचरण करते हुये राजीव ने एक किराये पर दुकान लेकर जनसेवा केन्द्र खोल लिया।जनसेवा केन्द्र के माध्यम से आय जाति निवास प्रमाण पत्र के अलावा विधवा पेशन, व्रद्धावस्था पेशन समेत अन्य आनलाइन सेवाओं को देना शुरू कर दिया।दूसरी ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यो से प्रभावित राजीव भाजपा मे बिना किसी पद के पार्टी की सेवा मे रात दिन एक किये रहते है।पैरो से कमजोर होने के कारण जनसेवा केन्द्र पर आने वाले लोगों को भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं को बताने मे जुटे रहते है।इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भाजपा के प्रसार प्रसार मे रात दिन एक किये रहते है।प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर मनाये जा रहे सेवा पखवाड़ा के अन्तर्गत जनसेवा केन्द्र पर आने वाले गरीब लोगों की सरकारी फीस के अलावा अपना सेवा शुल्क न लेकर सेवा पखवाड़ा मनाकर अपना योगदान दे रहे है।राजीव जैसे महान लोग जो विकलांग होते हुये भी समाज की सेवा मे लगे है।वास्तव मे, ये बेनींगज कस्बे वा जनपद के लिये गौरव का बिषय बने हुए है।दिब्यांग राजीव श्रीवास्तव के अनुसार_गुरुर किस बात का करू, मरने के बाद मेरे”अपने”ही,मुझे छूने के बाद”हाथ”धोएंगे।