खास खबर: (Sanjay Gandhi Hospital) में तंबाकू केंद्र की शुरुआत की गई. इस तंबाकू केंद्र में इलाज के साथ लोगों को सलाह दी जाएगी. बुजुर्गो की सहूलियत के मद्देनजर वरिष्ठ नागरिक केंद्र की भी शुरुआत की गई.संजय गांधी अस्पताल में तंबाकू केंद्र का उद्घाटनतंबाकू उत्पाद का सेवन करना हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक और खतरनाक होता है, यह बात हम सभी जानते तो हैं, लेकिन लोगों में जागरूकता की कमी के कारण और भ्रामक विज्ञापनों की वजह से देश की आबादी का बड़ा हिस्सा इसका उपयोग करता है. इसी के मद्देनजर लोगों में जागरूकता फैलाने के मकसद से दिल्ली के मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल में विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर तंबाकू केंद्र का उद्घाटन किया गया.वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए भी एक केंद्रइस अवसर पर दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और क्षेत्रीय विधायक राखी बिडलान और अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ एस.के अरोड़ा ने विधिवत रूप से दीप प्रज्वलित कर रिबन काटा और इस केंद्र को जनता को समर्पित किया. साथ ही इस मौके पर वरिष्ठ नागरिकों की सहूलियत के लिए भी एक केंद्र खोला गया. इस दौरान सभी अतिथियों ने तंबाकू को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम किया. कार्यक्रम के माध्यम से डॉ. अरोड़ा ने सभी को तंबाकू उत्पाद से बचने की सलाह दी.मेडिकल सुप्रीटेंडेंट ने क्या कहाइस संबंध में संजय गांधी अस्पताल के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट डॉ एस.के अरोड़ा ने बताया कि, तंबाकू उत्पाद ना केवल इंसान के लिए खतरनाक हैं, बल्कि इसके अवशेष जानवरों के लिए भी खतरनाक साबित होते हैं. उन्होंने कहा कि, आज तंबाकू को लेकर विश्व स्तर पर जागरूकता की जरूरत है, इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र की शुरुआत की गई है. यहां लोगों के इलाज के साथ साथ उन्हें तंबाकू उत्पाद को लेकर जागरूक भी किया जाएगा. इस मौके पर वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान में और तंबाकू के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए लोगों को शपथ भी दिलाई गई.बचने के लिए इलाज किया जाएगागौरतलब है कि 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के मकसद से विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में अस्पताल परिसर में विशेष रूप से इसके लिए एक सेंटर खोला गया. जहां इससे बचने के लिए लोगों का इलाज भी किया जाएगा. ऐसे में देखना होगा कि हॉस्पिटल के एम.एस डॉ एस.के अरोड़ा द्वारा तंबाकू के खिलाफ शुरू की गई यह मुहिम कितना कारगर साबित होती है.