
जिला प्रशासन से किसान समस्याओं को लेकर अब होगी आर-पार की लड़ाई:-भाकिमयू जिलाध्यक्ष
अहिरोरी/हरदोई
उप्र मे बुलडोजर बाबा के नाम से प्रसिद्ध हुये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भूमाफियाओं के विरुद्ध लगातार अभियान चलाकर सरकारी जमीने अवैध कब्जा मुक्त कराने का लगातार फरमान जारी कर रहे है।लेकिन पता नही क्यों हरदोई प्रशासन कुम्भकर्णी नींद से जाग ही नही रहा है।बेनीगंज क्षेत्र मे अधिकाशं सरकारी जमीने भूमाफियाओं,दबंगों के कब्जे मे है।सबसे मजे की बात तो यह है कि भारतीय किसान मजदूर संगठन दशहरी के जिलाध्यक्ष पुनीत मिश्रा द्वारा सैकडो बार अतिक्रमण हटाने का लिखित मे एसडीएम से अनुरोध किया लेकिन एसडीएम पर मुख्यमंत्री का आदेश भी असर करता नही दिख रहा है।इतना ही नही साफ सफाई के लिये देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छता अभियान एक ड्रीम प्रोजेक्ट है।इस प्रोजेक्ट की हवा निकालने मे भी हरदोई प्रशासन पीछे नही है।इसी क्रम मे विकास खण्ड अहिरोरी क्षेत्र के हरदोई-सीतापुर सड़क मार्ग पर संचालित सांगवान पोल्ट्री फार्म संचालित है।पोल्ट्री फार्म की वजह से मक्खियों का इतना आतंक व्याप्त है कि आसपास के गांव वालो का जीना हराम हो गया है।लोग लगातार मक्खियों की वजह से होने वाले संक्रमण से ग्रसित होकर बीमार पड रहे है।बहुत से लोग संक्रमण के कारण असमय काल कवलित हो गये।इस समस्या को लेकर भी किसान संगठन ने ज्ञापन दिये लेकिन पद के नशे मे चूर प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामवासियों की समस्या व स्वास्थ्य के प्रति जरा भी दया न आई।इससे क्षुब्ध ग्रामीणों ने किसान नेता पुनीत मिश्रा के नेतृत्व मे दिनांक 17मई2022 को पोल्ट्री फार्म के सामने धरना शुरू कर दिया।धरना की खबर लगते ही कोतवाल बेनीगंज दलबल के साथ मौके पर आये और उन्होंने समस्या जानना भी उचित नही समझा उन्होंने धारा 144 लागू होने और धरने की प्रशासनिक स्तर पर अनुमति न होने का हवाला देते हुये किसान संगठन के जिला अध्यक्ष सहित पाँच किसान पदाधिकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा दिया।वहीं दर्जनों महिला पुरुष किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।बकौल पुनीत मिश्रा धरना प्रदर्शन की जानकारी एसडीएम सदर हरदोई क्षेत्राधिकारी हरियावा आदि को 6 मई की शाम को दूरभाष पर दी जा चुकी थी।सूचना पर एसडीएम सदर द्वारा मौके पर पहुंचकर ज्ञापन लेने का आश्वासन भी दिया गया था।घटना की जानकारी देते हुये भाकिमयू संगठन दशहरी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव ने बताया कि जेल भेजे गये संगठन के जिलाध्यक्ष पुनीत मिश्रा समेत 4 पदाधिकारी को न्यायालय द्वारा जमानत मिल गयी है यह लोग 21मई को जेल से रिहा कर दिये गये है लेकिन संगठन का एक सक्रिय सदस्य अर्पित पासी अभी भी जिला कारागार में बंद है।जिसको न्यायालय से जमानत नही मिल सकी है।जेल से रिहा होते ही पूरी तरह ऊर्जा से लवरेज जिला अध्यक्ष पुनीत मिश्रा ने हुंकार भरते हुए कहा कि जिला प्रशासन व स्थानीय पुलिस चांहे जितने भी फर्जी मुकदमा लगाकर परेशान व जेल भेजने का काम करें।परंतु हम किसान साथी गांधीवादी लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज तथा मांगों को उठाते रहेंगे।यद्यपि ऐसी ही स्थिति रही तो हम किसान साथी ‘जेल भरो आंदोलन’ करने की तैयारी करने को बाध्य होंगे।धरना प्रदर्शन के दौरान बेनीगंज पुलिस द्वारा महिला किसानों पर लाठी-डंडे चलाकर उन्हें खदेड़ा गया जिससे एक महिला के साथ घायल हुए हैं जिसको संगठन के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा जिला अस्पताल हरदोई में एडमिट किया गया है।रविवार की दोपहर को जब मीडिया द्वारा उक्त मक्खियों की समस्याओं को लेकर बढ़ईयन पुरवा गांव में पड़ताल की गई तो वहां अत्यधिक मक्खियों के झुंड देखने को मिले।जब ग्रामीण किसानों व मजदूरों से मक्खियों की समस्या के बारे में जानकारी चाही गई तो बढ़ईयन पुरवा निवासी सुधाकर वर्मा रामरानी व संगीता आदि ने जानकारी देते हुए बताया कि यह समस्या बहुत ही जटिल है।जिसको लेकर हम लोगों का जीना दूभर है।हम ग्राम वासियों के द्वारा पूर्व में भी जिला प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका है परन्तु आज तक जिला प्रशासन द्वारा कोई भी ध्यान नहीं दिया गया है।और हमारे गांव में लोग उक्त समस्या को लेकर एक दूसरे से रिश्ता आदि करने से कतराते हैं।भोजन आदि करने में बहुत ही बड़ी किल्लत झेलनी पड़ती है।इस संबंध में भारतीय किसान मजदूर यूनियन दशहरी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव ने बताया कि सांगवान पोल्ट्री फार्म से उत्पन्न गंदगी से मक्खियों के प्रकोप से आसपास गांव के लोगों असमय मौत के गाल में समा रहे हैं।उक्त समस्या को लेकर आगामी आने वाली 28 मई को किसान कुटी झरोईया-प्रतापनगर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने के संबंध में जिलाधिकारी हरदोई व पुलिस अधीक्षक हरदोई आदि सभी संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जा चुका है।संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त ज्ञापन में मौजूदा बीमारी से ग्रसित 11 लोग हैं। जिसमें 7 माह पूर्व से अब तक 10 व्यक्तियों की मौतें भी हो चुकी है।जिसको लेकर जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है।उक्त अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने के पश्चात् 7 जून को महापंचायत की जायेगी।