सरकारी नौकरी पाने के लिए पूरे देश के युवा तैयारी कर रहे हैं लेकिन नौकरी नहीं मिल पा रही है। यही वजह है कि युवाओं ने रोज़गार के नाम पर स्वरोज़गार को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है।
यही वजह है कि एमबीए चाय वाला, आईआईटीयन चाय वाला, ग्रैज्युट चाय वाली और आयुश शर्बत वाला जैसे पढ़े लिख लोग सुर्खियों में बने हुए हैं। इतनी डिग्रियों के बावजूद सरकारी नौकरी नहीं मिल पा रही है। लेकिन बिहार में 10वीं पास युवकों के लिए ख़ुशखबरी है, वह अब शारीरिक शिक्षक एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों की पदों पर आवेदन कर सकते हैं।बिहार में 8 हज़ार से से ज़्यादा शारीरिक शिक्षक और स्वास्थ्य अनुदेशकों की भर्ती की हाल ही में घोषणा की गई थी। जिसमें डिग्री धारी ही आवेदन करने के योग्य थे लेकिन अब मैट्रिक पास छात्र भी आवेदन कर सकेंगे। बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक नियमावली-2012 और शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक पात्रता परीक्षा-2019 की नियुक्ति प्रक्रिया की नियमावली की में 10वीं पास युवक भी आवेदन कर सकते हैं। नए नियम के तहत मैट्रिक परीक्षा में पास युवा आवेदन कर सकते हैं। ग़ौरतलब है कि देश के किसी भी राज्य के योग्य छात्र व्यक्ति इस पद पर आवेदन के लिए मान्य होंगे। प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने इस बाबत बुधवार को आदेश जारी कर दिया है।
2019 में भी हो चुकी है पात्रता परीक्षा
शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पहले जारी अधिसूचना (दिसंबर, 2021) में बिहार पंचायत प्रारंभिक विद्यालय सेवा नियमावली-2020 का ज़िक्र था। लेकिन 2012 में जारी अधिसूचना के मुताबिक शारीरिक शिक्षा और स्वास्थ्य अनुदेशक के पद पर आवेदन के लिए कुछ और ही मापदंड था। 2012 के नियमावली के तहत नियुक्ति के लिए शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक परीक्षा पास होना ज़रूरी था। चाहे छात्र किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड और विश्वविद्यालय से सर्टिफिकेट डिप्लोमा/डिग्री कोर्स ही क्यों ना ली हो। इसके साथ ही पूरे भारत के कम से कम मैट्रिक में उत्तीर्ण छात्र शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में भाग ले सकते थे। ग़ौरतलब है कि इस तर्ज़ पर 2019 में पात्रता परीक्षा भी आयोजित की जा चुकी है।