सीतापुर / क्षेत्रीय लेखपाल की मिली भगत के चलते खनन माफियाओं ने धार्मिक टीले का अस्तित्व समाप्त कर दिया है । ग्रामीणों ने तहसीलदार से मिल कर मांमले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग की है । तहसील क्षेत्र मिश्रित की ग्राम पंचायत मरेली में स्थित धार्मिक टीला गाटा संख्या 587 राजस्व विभाग में ग्राम समाज के नाम दर्ज है । यहां के निवासी राजेश कुमार , जगत पाल , राम प्रसाद ने उपजिलाधिकारी को सिकायती पत्र देकर आरोप लगाया है । ग्राम मरेली में लग भग 200 वर्ष पुराने टीले को रात्रि के अधेरे में अवैध मिट्टी खनन माफियाओं ने अवैध मिट्टी खनन कराकर धार्मिक टीले का अस्तित्व समाप्त कर दिया इस भूमि पर पर गांव के ही कुछ दबंग लोग जुताई-बुवाई करने लगे है । लेकिन अचानक बिना किसी प्रशासनिक परमिशन से पिछले कई रातों से जेसीबी व्दारा ट्रैक्टर ट्रांलियों से मिट्टी खनन कराकर लग भग 15 फिट टीले को समापित किया गया है । गाटा संख्या 587 है। जो राजस्व अभिलेखों में ग्राम समांज की भूमि के नाम दर्ज है । भाजपा सरकार होने के बावजूद भी भू-माफियाओं के हौसले बुलंद है । पर बुलडोजर चलवाने व उन पर लगाम लगाने के दावे करती हो, लेकिन तहसील मिश्रिख के अंतर्गत भू-माफियाओं के हौसले बुलंद है । तहसील प्रशासनिक अधिकारी सब कुछ जानकर भी अंजान बने हुए है