कहते हैं हुनर किसी परिचय का मोहताज नहीं होता. ऐसे ही हुनर का परिचय दिया है बस्ती के देसी इंजीनियर शिवपूजन ने. शिवपूजन इस वक्त सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, पूरे देश में इनकी बनाई देसी फरारी का दीवाना हो रहा है.
उनकी फरारी की फैनलिस्ट में अब महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्र भी जुड़ गए हैं. आनंद महिंद्रा ने शिवपूजन का सोशल मीडिया पर देसी फरारी के साथ वायरल हो रहे वीडियो को ट्वीट किया है और उससे मिलने की इच्छा जताई है. अब शिव की इस फरारी को देखने के लिए दूर दूर से लोग आ रहे हैं. इसके साथ ही अब बस्ती स्थापना दिवस में भी विशेष तौर पर शिव पूजन को बुलाया गया है.
इंजीनियर बनने का था सपना
बचपन से ही शिव को इंजीनियर बनना था लेकिन गरीबी के चलते उसका सपना पूरा नहीं हो सका. आर्थिक तंगी के चलते उन्होंने रंगाई पुताई का काम सीखा, देखते ही देखते शिवपूजन अच्छे पेंटर बन गए, दीवारों पर चित्रकारी और राइटिंग से लोगों का मन मोहा, लेकिन पेंटिंग में इतनी कमाई नहीं हो पाती थी जिससे खर्च चल सके. फिर उन्होंने बिल्डिंग निर्माण से संबंधित काम शुरू किया. गेट और ग्रिल जैसी चीजें बनाने लगे. इस दौरान ही उनके मन में जुगाड़ वाली फरारी बनाने का ख्याल आया. इसके बाद उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया.
परिवार ने दिया साथ
शिव के इस सपने को साकार करने में उसके परिवार ने भी पूरी मदद की. फरारी को बनाने के लिए शिव को रुपयों की जरूरत थी और इसके लिए उसके भाइयों ने उसकी मदद की. उसके भाइयों ने एक लाख रुपये का इंतजाम कर उसे दिए. परिवार की मदद के बाद शिव को एक नई उर्जा मिली और उसने तीन महीने में ही देसी फरारी तैयार कर दी. लोगों से हौसला मिला तो उसे और ज्यादा बेहतर बनाने में शिव जुट गया. शिव ने बताया कि अब तक इस फरारी के निर्माण में सवा लाख रुपये का खर्च हो चुका है. तीन पहिए पर चलने वाली इस फरारी में आगे दो और पीछे एक पहिया है.
फरारी पर ले जाते हैं दूध
शिवपूजन ने बस्ती स्थित मालवीय रोड पर अपनी डेयरी की दुकान शुरू की. गांव से शहर तक दूध लेकर जाने में समस्या होती थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी फरारी में कुछ बदलाव किए और अब वे हर दिन गांव से अपनी गाड़ी में दूध लेकर जाते हैं. इसी दौरान किसी ने शिव का वीडियो बना कर ट्वीटर पर डाल दिया और वो वायरल हो गया.
बैट्री पर चलती है शिव की फरारी
शिव पूजन अपनी देसी फरारी को इस तरह से बनाया है कि ये 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ती है. इसमें पॉवर ब्रेक ऑपरेटिंग सिस्टम भी लगाया गया है. अपनी इस कार से डेयरी तक वे डेढ़ क्विंटल से ज्यादा दूध हर दिन ले जाते हैं. गाड़ी में चार बैट्री लगी हैं और ये एक बार चार्ज करने के बाद 80 किलोमीटर का सफर तय करती है.