बताया जा रहा है कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर भी बातचीत की संभावना है। यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद बदलती वैश्विक व्यवस्था और वैश्विक अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव को देखते हुए भारत और ब्रिटेन किस तरह से अपने द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाएं, यह इन नेताओं के बीच होने वाली वार्ता का एक अहम हिस्सा होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ जानसन की बातचीत का मुख्य फोकस हिंद-प्रशांत की स्थिति पर होगा क्योंकि ब्रिटेन इस क्षेत्र में किसी भी तरह की जबरदस्ती का कड़ा विरोध करता है। दो दिवसीय भारत दौरे पर हैं। जानसन ने शुक्रवार को पीएम नरेन्द्र मोदी से दिल्ली में स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की।
राष्ट्रपति भवन में जोरदार स्वागत
बता दें कि ब्रिटिश पीएम गुरुवार को अहमदाबाद पहुंचे थे। शु्क्रवार सुबह वह राजधानी दिल्ली पहुंचे। राष्ट्रपति भवन पहुंचने पर पीएम मोदी ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘शानदार स्वागत के लिए धन्यवाद। मुझे नहीं लगता कि चीजें हमारे बीच कभी उतनी मजबूत या अच्छी रही हैं जितनी अभी हैं।’ इसके बाद जानसन ने राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।