
गौ संरक्षण और प्राकृतिक खेती को लेकर आगरा मंडल में बड़ी पहल, गौ सेवा आयोग की मंडलीय समीक्षा बैठक सम्पन्न
गौचर भूमि से अवैध कब्जा हटेगा, किसानों को हरा चारा प्रबंधन की मिलेगी ट्रेनिंग
विष्णु सिकरवार
आगरा। गौ सेवा आयोग उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता की अध्यक्षता में सर्किट हाउस सभागार में मंडलीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ला, सदस्य रमाकांत उपाध्याय व राजेश सेंगर, मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह सहित विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में निराश्रित गौवंश संरक्षण, गौशालाओं की स्थिति, गोचर भूमि पर अवैध कब्जा, हरे चारे की बुआई एवं गौ आधारित प्राकृतिक खेती जैसे मुद्दों पर व्यापक चर्चा हुई। अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने मंडल के चारों जनपदों में संचालित 294 गौ आश्रय स्थलों में संरक्षित 83,381 गौवंश की अद्यतन जानकारी ली और लू से बचाव हेतु समुचित व्यवस्था—शुद्ध पेयजल, तिरपाल, छाया आदि सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जनपद आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद व मैनपुरी में निर्माणाधीन बृहद गौ संरक्षण केंद्रों की प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही गोचर व ग्राम समाज की 1131 हेक्टेयर भूमि की समीक्षा में अवैध कब्जे हटाने हेतु जिला प्रशासन के सहयोग से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
गौशालाओं में भूसा, चोकर, दाना की पारदर्शी आपूर्ति सुनिश्चित करने व प्रत्येक गोशाला में सुबह-शाम गायों को दिए जाने वाले चारे के समय का रिकॉर्ड रखने का आदेश दिया गया। मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गौवंश सहभागिता योजना के अंतर्गत मंडल में अब तक 8717 गोवंश किसानों को सुपुर्द किए गए हैं।
गौ सेवा आयोग ने कहा कि गायों को गौशालाओं के बजाय किसानों के सुपुर्द करना अधिक प्रभावी है, जिससे एक ओर गोवंश का पालन होगा और दूसरी ओर किसानों की आय भी बढ़ेगी। आयोग अध्यक्ष ने इस योजना को और प्रभावी बनाने, भूषा दान अभियान चलाने तथा सहयोगियों को सम्मानित करने की भी घोषणा की।
इसके अतिरिक्त, झांसी स्थित आईसीएआर में मंडल के प्रत्येक जनपद से 25 किसानों को हरा चारा प्रबंधन की ट्रेनिंग दिलाने की योजना की जानकारी दी गई। इन प्रशिक्षित किसानों की सेवाएं गौशालाओं से लिंक भूमि पर ली जाएंगी।
समीक्षा बैठक में गौवंश तस्करी, अवैध स्लाटर हाउस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने, रेडियम पट्टा बांधने से लेकर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने तक के मुद्दे शामिल रहे। अध्यक्ष ने कहा कि रासायनिक खेती से भूमि की उर्वरता घटी है, इसलिए गौ आधारित खेती को बढ़ावा देना आवश्यक है।
इस अवसर पर नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर नगरायुक्त सुरेंद्र यादव, अपर निदेशक पशुपालन डीपी सिंह, सीवीओ डीके पांडे सहित चारों जनपदों के संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक से पूर्व आयोग अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता की और जनपद की गौशालाओं का निरीक्षण भी किया।