
फर्जी तरीके से निकाला जा रहा केयर टेकर का मानदेय
एक साल से टूटा बंद पड़ा सामुदायिक शौचालय ग्रामीण खुले में जाने को मजबूर
नैमिष टुडे संवाददाता
विकास मिश्रा
सकरन/सीतापुर ग्राम पंचायत बेलवा विकास खंड सकरन में लगभग एक साल से बंद पड़ा सामुदायिक शौचालय के आस पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है यही नहीं विकासखंड सकरन में जितने भी सामुदायिक शौचालय बने हुए हैं उनमें मात्र 10 परसेंट ही इस्तेमाल होते हैं बाकी नब्बे प्रतिशत बंद ही पड़े है और उनका मानदेय प्रधान लोग फर्जी तरीके से निकाल रहे हैं और निकालें क्यों नहीं क्योंकि ज्यादातर शौचालयों में केयर टेकर के पद पर प्रधान के करीबियों की ही तैनाती है जिम्मेदारों को पता होने के बाद भी धृतराष्ट्र बने हुए है और बैठे बैठे स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ा रहे हैं बेलवा के ग्रामीणों से जब जानकारी की गई तो गांव वालों ने बताया कि जब सामुदायिक शौचालय बंद ही रहता है तो हम लोग खुले में शौच जाने के लिए मजबूर है जिले के आला अधिकारियों को इस विषय पर संज्ञान लेने की नितांत आवश्यकता है