
अस्त हो गया सूरज ,फिर भी हरदम चमका करता है
नैमिष टुडे/डॉ. अभय शुक्ला
विश्वनाथगंज, प्रतापगढ़l अमर बलिदानी चंद्रशेखर आजाद की 84वीं पुण्यतिथि पर विचार गोष्ठी एवम कवि सम्मेलन सहेरूआ विश्वनाथगंज में सम्पन्न हुई, जिसमें साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं से श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा अमर बलिदानी चंद्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण एवं पूजन के साथ हुआ।चंद्रशेखर शुक्ल विकास ने सरस्वती वंदना से कवि सम्मेलन की शुरुआत की उसके बाद अनूप त्रिपाठी ने कोशिश दोनों तरफ से हो तो निखर जाते हैं रिश्ते , एक तरफा कोशिशो से बिखर जाते है रिश्ते से प्रेम सद्भाव संदेश दिया, अर्जुन साहू ने अपने हास्य की रचनाओं से लोटपोट कराया ,आचार्य विनोद दुबे ने पढ़ा मैं भारत हूं मैं भारत हूं मुख्य अतिथि प्रेम कुमार त्रिपाठी ने कहा कि अस्त हो गया सूरज फिर भी हरदम चमका करता है , हर सीने की धड़कन बनकर टप टप टपका करता है ।विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय परशुराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप शुक्ला ने कहा कि आजाद जैसे बलिदानी की बदौलत ही हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं ,समाज सेवी संजय शुक्ल ने कहा कि बलिदानी आजाद से अंग्रेज थर्राते थे ।इसके अलावा रंजीत गुप्ता राही ,अंकित तिवारी ने भी देश प्रेम से और रचनाएं पढ़कर आजाद को नमन किया । संचालन हरिवंश शुक्ल शौर्य अध्यक्षता राजेश दुबे स्वागत कल्पनाथ मिश्र,आभार प्रदर्शन संयोजक रंगनाथ मिश्र ने जताया । इस अवसर पर गणमान्य लोगों की उपस्थिति रही ।