
यशवंत सिंह पर गंभीर आरोप–समितियों में बैक डोर से हुई नियुक्तियों पर उठे सवाल,
बिना अनुमति की गई भर्तियां, निष्पक्ष जांच हुई तो सामने आएगा सच
लखीमपुर/ब्यूरो
जनपद लखीमपुर खीरी में सहकारी विभाग में बड़े पैमाने पर बैक डोर से की गई नियुक्तियों का मामला सामने आया है। विकासखंड बिजुआ, गोला, फूलबेहड़ सहित कई स्थानों पर सहायक विकास अधिकारी (कोऑपरेटिव) रहे यशवंत सिंह, जो वर्तमान में अपर जिला सहकारी अधिकारी, तहसील गोला में तैनात हैं, पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने बिना किसी उच्च अधिकारी की अनुमति लिए कई नियुक्तियां की हैं। अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच होती है, तो सारा सच सामने आ सकता है।
बिना अनुमति दी गईं नियुक्तियां, नहीं हुई कोई जांच
सूत्रों के अनुसार, यशवंत सिंह द्वारा की गई नियुक्तियों के लिए किसी भी सक्षम अधिकारी से स्वीकृति नहीं ली गई थी। बावजूद इसके, अब तक इन भर्तियों की कोई जांच नहीं हुई, जिससे भ्रष्टाचार की आशंका और भी गहरी हो जाती है।
लंबे समय से जमे हैं लखीमपुर खीरी में
यशवंत सिंह लंबे अरसे से लखीमपुर खीरी में तैनात हैं, और पदोन्नति मिलने के बावजूद उन्हें रसूखदारी के चलते स्थानांतरण नहीं किया गया। सहकारी विभाग में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
क्या हो सकती है कार्रवाई?
यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए, तो बैक डोर से हुई सभी नियुक्तियों का खुलासा हो सकता है।
दोष सिद्ध होने पर अवैध नियुक्तियों को रद्द किया जा सकता है।
भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे अधिकारियों का स्थानांतरण किया जा सकता है।
जनता और कर्मचारियों की बढ़ती चिंता
स्थानीय लोगों और सहकारी विभाग से जुड़े कर्मचारियों के बीच इस मामले को लेकर चिंता और असंतोष बढ़ रहा है। लोग चाहते हैं कि प्रशासन निष्पक्ष जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में इस तरह की अनियमितताएं न हो सकें।