
खुले में शौंच जाने को मजबूर बच्चे व शिक्षक,विभाग मौन।
नौनिहालों की जान के दुश्मन बन चुके जिम्मेदारों के कान पर नहीं रेंग रही जूं
नैमिष टुडे/धीरेन्द्र कुमार वर्मा
बिसवाँ /सकरन / विकास खंड सकरन क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमराखुर्द के मजरा बाछेपुर के प्राथमिक विद्यालय की अतिदयनीय स्थिति देख हर कोई हतप्रभ।विद्यालय की स्थिति देख अभिभावक अपने पाल्यों की जान की सलामती की मांग रहे दुआएं।लाखों रुपयों के शौचालयों के बने होने के बावजूद भी मात्र रखरखाव के चलते मासूम बच्चे व अध्यापक खुले में नित्यक्रिया को जाने को मजबूर।मामला तब और गंभीर हो जाता जब छोटे छोटे मासूम बालक व बालिकाएं शौंच के लिए विद्यालय से सटे गहरे तालाब को जाने को हो रहे मजबूर,तकरीबन 2मीटर गहरे जल से लबालब तालाब के किनारे प्रशासन की धृष्टता के चलते शौच को प्रतिदिन जा रहे बच्चे,फिर भी नहीं खोले जा रहे शौचालयों के ताले और न ही शौंचालयों की करवाई जा रही सफाई।
किसी अनहोनी के इंतजार में पंचायतीराज व शिक्षा विभाग विद्यालय के शौचालयों की नहीं करवा रहा साफ सफाई जिससे अभिभावकों व शिक्षकों के जेहन में हर वक्त किसी अनहोनी का भय बना रहता है।
पीएस बाछेपुर तो मात्र एक बानगी है यही स्थिति ब्लॉक के समूचे परिषदीय विद्यालयों की है पर विभाग के जिम्मेदार हैं कि नहीं दे रहे ध्यान।आखिर सकरन के परिषदीय शिक्षकों व शिक्षार्थियों को कब मिलेंगे साफ सुथरा शौचालय या यूं ही रंग रोगन व मरम्मत के नाम पर हर साल हजम होती रहेगी लाखों रुपयों की सरकारी धनराशि और जिम्मेदार काटते रहेंगे चांदी।