
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से फल फूल रहे अवैध क्लीनिक बिना डिग्री कर रहे बडी बडी बीमारियों का दावे के साथ इलाज
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
विसवां क्षेत्र के मानपुर में अवैध रूप से क्लीनिक संचालित है। क्लीनिक के बहुचर्चित झोलाछाप डॉक्टर इतेन्द्र कुमार यादव जो मां मेडिकल,इरफान अली जो (मारू बाजार),अधिरथ एफ पी ओ किसान सेवा केंद्र के पास,अजय कुमार(विनीत कुमार वर्मा) जो खेतों के बीचों बीच में झोपड़ी डालकर इलाज करते हैं,अवधेश उर्फ विनोद कुमार की एक क्लीनिक हसनापुर ओर दूसरी क्लीनिक रामपुर कला थाने के पास संचालित है जिसमें झोलाछाप डॉक्टर मरीजों के साथ कर रहे खिलवाड़ न कोई डिग्री न लाइसेंस इन डॉक्टर की वजह से आए दिन जाती है लोगों की जान आखिरकार स्वास्थ्य विभाग अधिकारी कब देंगे इन झोलाछाप डॉक्टरों पर ध्यान और मानपुर बड़ी नहर के आगे अगर देखा जाए तो लगभग कई दर्जन बिना डिग्री के बेखौफ होकर धड़ल्ले से क्लीनिक चला कर बडी बडी बिमारियों इलाज करते है। और मरीजों से इलाज के नाम पर मोटी रकम खींच कर बीमारियों को ठीक करने का दावा करता है। फर्जी क्लीनिक की बात की जाए तो मेन रोड और मेन चौराहे पर ही दिखेंगे। जो सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक सज कर तैयार रहते हैं और मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं। डिग्री के बारे में अगर डॉक्टरों से जानकारी ली भी जाती है तो संतोषजनक जवाब ना देते हुए इधर उधर बात कराकर सिफारिश लगा दी जाती है।चल रहे अवैध तरीके से अस्पतालों की बात कही जाए तो कोई अनुभव के तौर पर ईलाज कर रहा है तो कोई तुक्का मार कर मरीजों को ठीक कर देता है। इस तरीके के इलाज से मरीजों को आराम मिला तो ठीक है बीमारियों का ईलाज करते हैं। कोई अंग्रेजी दवाइयों से बीमारियों का ईलाज करते हैं। मरीजों को मजबूरी में क्लीनिक इलाज के लिए जाना पड़ता है। अवैध क्लिनिकों के साथ ही कुछ इस तरीके से मेडिकल स्टोर भी चल रहें हैं कि मेडिकल स्टोर में डैमेज दवाइयां भी देखने को मिल ही जाती है। वहीं पर चंद पैसों के लालच में आकर दवा सप्लाई करने वाले कमीशन खोर दवाइयों की सप्लाई भी करते हैं। और अपनी तिजोरी भरने के साथ अवैध क्लिनिकों को संरक्षण देकर बढ़ावा देते हैं। लगातार शिकायत करने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। कहने को तो भले ही बोल देते हैं कि अवैध अस्पतालों पर कार्यवाही की जाएगी लेकिन फिर दो दिन के अंदर ही ठीक उसी तरह मामला साठ गांठ करके अवैध कारोबार चालू हो जाता है।