ग्राम पंचायत जसरथपुर में तैनात ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान बने भ्रष्टाचार का पर्याय
मिश्रित सीतापुर / विकासखंड मिश्रित की घोटालों में चर्चित चल रही ग्राम पंचायत जसरथपुर के नित नए घोटाले खुलकर सामने आ रहे है । ग्राम पंचायत जसरथपुर में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी धीरेन्द्र कुमार नंद इसी ब्लाक की ग्राम पंचायत कादीनगर के निवासी है । फिर भी खादी के संरक्षण में विकासखंड मिश्रित में ही अपनी नौकरी पूरी कर रहे है । अभी बीते दिनों मजरा फुलवारी निवासी एक महिला ने प्रदेश शासन सहित अन्य कई अधिकारियों से लिखित सिकायत की थी । उसके आवास की मजदूरी गोविंद पुत्र शंकर नामक ब्यक्ति के खाते पर भेज कर निकाल ली गई है । ग्राम पंचायत अधिकारी धीरेन्द्र कुमार नंद व प्रधान रामपाल व्दारा किए गए भ्रष्टाचार के तमांम मांमले खुलकर सामने आ रहे है । फिर भी जनपद के जिम्मेदार अधिकारी जांच और कार्यवाही करना मुनासिब नही समझ रहे है । आपको बता दे कि ग्राम पंचायत जसरथपुर में ग्राम पंचायत सचिव व प्रधान व्दारा किसी देवेन्द्र कुमार ब्यक्ति के नाम दिनांक 26 दिसम्बर 2023 को टेन्डर प्रकाशन के नाम पर नियम बिपरीत एक ही दिन में चार बार 5 हजार 250 रुपए की धनराशि भेजी गई है । जानकार सूत्र बताते है । कि देवेन्द्र कुमार के पास जनपद सीतापुर से प्रकाशित होने वाला प्रतिपल संवाद समांचार पत्र है । उसमें इतना महंगा बिल कैसे हो सकता है । जब कि प्रदेश शासन के निर्देशानुसार किसी राष्ट्रीय स्तर के समांचार पत्र में टेंडर प्रकाशन कराने के स्पष्ट निर्देश दिए गए है । फिर भी पंचायत सचिव व प्रधान व्दारा जनपद से प्रकाशित होने वाले समांचार पत्र के स्थानीय प्रतिनिधि से सांठ गांठ करके 5 सौ रुपए में टेन्डर का प्रकाशन कराकर सरकारी धनराशि का खुले आम गमन किया जा रहा है । जिसकी तरफ जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को जांच कराकर कार्यवाही करने की आवस्यक्ता है ।