कछौना / हरदोई सहजयोग आध्यात्मिक ट्रस्ट की तरफ से आदर्श सहजयोग ध्यानकेंद्र बालामऊ में बाल शक्ति व अभिभावक सेमिनार का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पूर्व स्टेट कोऑर्डिनेटर ब्रजेश कपूर ने दीप प्रज्ज्वलन कर की। इस अवसर पर बाल शक्ति द्वारा गीत, फैंसी ड्रेस, नाटक, संगीत की सुंदर प्रस्तुति की गई। आज की बाल शक्ति कल के अच्छे सहजी हैं। इनके अच्छे निर्माण से विश्व का निर्माण अच्छा होगा। सहजयोग एक जीवन पद्धति है। हमारे अंदर मानवीय गुण, दया, करुणा, सच्चाई, ईमानदारी का विकास होता है। सेमिनार में वरिष्ठ जनों डॉ. सरोज चौहान, सीमा विरयानी, मंजू मलिक, सावित्री चौधरी, ज्योति धनेजा ने बाल शक्ति के सर्वांगीण विकास हेतु कई विषयों ध्यान, योग, जीवनशैली, खानपान, मोबाइल के दुष्प्रभाव आदि विषयों पर वक्ताओं ने महत्वपूर्ण जानकारी दी। सहजयोग में अंदर की पवित्रता, स्वच्छता व ध्यान से कुंडलिनी का जागरण होता है। कुंडलिनी हमारी माँ है। सहजयोग में आत्मसाक्षात्कार होता है। सहजयोग स्वयं को पहचानने की शिक्षा है। सहजयोग से कर्मकांडों से छुटकारा मिल जाता है। हमारे अंदर से व्यसन, शराब, नशा, बेईमानी, झूठ, गलत आदतें स्वाभाविक रूप से छूट जाती हैं। चित्त एकाग्र होने से तनाव, चिंता, क्रोध, अवसाद से मुक्ति मिलती है। मनुष्य को शांति-सुकून मिलता है। बाल शक्ति की मनमोहक प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। दूरदराज से आने वाले सहजी भाई-बहनों के लिए ग्राम प्रधान आलोक कुमार उर्फ विपिन भैया ने परिसर में वाटर कूलर लगवाया। कार्यक्रम का संचालन बाल शक्ति रीजनल कोऑर्डिनेटर राशि जी द्वारा किया गया।
इस सेमिनार में प्रमुख रूप से एस. एल. गुप्ता, दूर दराज के सहज भाई बहन, शिखा कनौजिया, अर्चना, राधेश्याम, संदीप, के.के. वर्मा, प्रेमशंकर कनौजिया, आत्माराम सहित बुजुर्ग, पुरुष, महिलाएं, बाल शक्ति ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया।