ओंकारेश्वर (नि प्र)
मिश्रीलाल कोहरे
तीर्थ नगर ओंकारेश्वर में बाहर से आए श्रद्धालु कभी नाव वालों से कभी पंडितों से और कभी दलालों की बातों में आकर दर्शन के नाम पर हजारों रुपए देकर दर्शन करते हैं और बाद में पता लगता है कि वीआईपी ₹300 में टिकट लेकर दर्शन किए जा सकते हैं तो अपने आप को ठगा महसूस करते हैं और मंदिर प्रशासन के नाम को पहुंचते हुए कभी राजनेता का पूछते हैं कभी स्थानीय पत्रकारों से अरूबरू होकर अपनी पीड़ा बताते हैं यह एक बार नहीं कई वर्षों से बारंबार होते आ रहा है और मीडिया ने इन चीजों को उजागर किया है जिसका संचालन खंडवा जिला कलेक्टर तथा पुनासा एसडीएम स्थानीय नायब तहसीलदार के सानिध्य में मंदिर का संचालन,राज परिवार राजा मांधाता का और वहां के परिवारियों द्वारा संचालन किया जाता है जहां कैमरे लगे होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट को बदनाम किया जाता है भगवान कि भक्ति में ही परेशानी है या एक अच्छे अधिकारी और संचालन की आवश्यकता है जनता की और भक्तों के द्वारा मांग उठने लगी है।12 ज्योतिर्लिंग में से एक भगवान ओंकारेश्वर के मंदिर में बाहर से आए श्रद्धालु अपने आप को घंटो लाइन में लगने के बाद भी ठगा महसूस करने लगे हैं आए दिन मंदिर में अज्ञात लोगों द्वारा श्रद्धालुओं से दर्शन के नाम पर कभी 500 -1000 रुपए तो कभी 2000- 4000 तक की मांग करते हैं एवं पैसा लेने के अलावा कुछ बाद उन लोगों को लाइन में लगाकर रफू चक्कर हो जाते हैं बाहर से आए श्रद्धालु ओमप्रकाश शर्मा जी ने मीडिया से चर्चा में कहीं यह कैसी विडंबना है की भगवान ओंकारेश्वर 12 ज्योतिर्लिंग में से प्रमुख ज्योतिर्लिंग है और यहां हजारों की संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालु आते हैं एवं 5 ,6 घंटे लाइन में लगकर भगवान के दर्शन करते हैं जिसमें कुछ लोग लाइन में लगे लोगों से पूछते हैं कि आपको वीआईपी दर्शन करना है और अनावश्यक रूपों की मांग करके उनको प्रलोभन देते हैं कुछ श्रद्धालु घंटों लाइन में ना लगते हुए उनके चक्कर में आ जाते हैं तो कुछ भगवान की श्रद्धा मन में लिए आते हैं एवं वह घंटा लाइन में लगकर भगवान के दर्शन करते हैं मंदिर प्रशासन एवं जिला प्रशासन को इस ओर संज्ञान लेने की आवश्यकता है। बाहर से आए श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की ठगी महसूस ना हो पूर्व में भी मुंबई से एक ही परिवार के 10 लोगों से किसी ने 10 से ₹15 हजार की मांग की थी एवं कुछ दिनों पहले कानपुर निवासी आरती नामक एक महिला ने अपने परिवार के 28 लोगों से बिछड़ते हुए दर्शन ना करते करने की विनती करके लाइन में से बाहर आने के लिए किसी को ₹500 दिए। बीते दिनों मंदिर प्रशासन ने आरती नामक महिला का अनाउंसमेंट भी किया था की जो अपने परिवार से बिछड़ कर कहीं लाइन में लगी हैं ऐसे ही वाकया आए दिनों खूब चर्चाएं बटोर रहे हैं अब देखना यह है कि शासन प्रशासन इस मामले में क्या संज्ञान लेता है।
मैं और मेरी धर्मपत्नी आज सुबह से भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मन्दिर में लाइन में दर्शन के लिए लगे थे। जिसमे कुछ अज्ञात लोगों द्वारा दर्शन के नाम पर 2000-4000 रुपए तक मांगे गए लेकिन मेने उन्हे मना कर दिया क्योंकि मैं दूर से मन में श्रद्धा लिए आया था।मेरे सामने कई लोग इस प्रलोभन का शिकार हुए हैं।
-ओमप्रकाश शर्मा, खंडवा।
नायब तहसीलदार राजेंद्र जी से बात करने पर कहा की कैमरे की रिकॉर्डिंग और कुछ शिकायत लिखित होगी तो जांच की जाएगी दोषियों को बक्सा नहीं जाएगा कार्रवाई प्रशासनिक की जाएगी कई बार जांच करने पर भी तीर्थ यात्री लिखित में शिकायत नहीं करते हैं इससे भी जांच में दिक्कतें आती है।
-नायब तहसीलदार राजेंद्र ।