आईजोल/नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने मिजोरम में विधानसभा चुनाव की मतगणना की तारीख को 3 दिसंबर से 4 दिसंबर कर दिया है. मिजोरम में मतगणना की तारीख बदलने की मांग पहले से ही हो रही थी. इस मांग पर सभी राजनीतिक दल एकमत थे. मांग करने वाले दलों का कहना था कि रविवार को ईसाइयों का पवित्र दिन होता है. इसलिए ईसाई समुदाय बहुल राज्य मिजोरम में मतगणना की तारीख बदली जानी चाहिए.
3 दिसंबर को काउंटिंग के बदलाव को लेकर एनजीओ कॉर्डिनेशन कमेटी (NGOCC), सेंट्रल यंग मिजो एसोसिएशन (CYMA) और मिजो जिरलाई पॉल (MZP) जैसे संगठन प्रदर्शन कर रहे थे. मिजोरम में ईसाई समुदाय की आबादी 90% से अधिक है. रविवार ईसाइयों का पवित्र दिन होता है, और इस दिन वे कई धार्मिक कार्यक्रम करते हैं.
बताया गया कि मतगणना के कारण इन कार्यक्रमों में बाधा पड़ने की संभावना थी. इसलिए, मिजोरम के लोगों ने मतगणना की तारीख बदलने की मांग की. राज्य की कुल आबादी करीब 11 लाख है, जिनमें से 9.56 लाख ईसाई हैं. शुक्रवार को, मिजोरम के ईसाइयों ने राजभवन के पास एक रैली की. जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग से मतगणना की तारीख बदलने की अपील की. चुनाव आयोग ने लोगों की मांग को मानते हुए मतगणना की तारीख बदल दी. अब मिजोरम में मतगणना 3 दिसंबर की जगह 4 दिसंबर को होगी.
ज्ञात हो कि 40 सदस्यीय मिजोरम विधानसभा के लिए मतदान 7 नवंबर को एक ही चरण में हुआ था. पहले पांचों राज्यों के लिए वोटों की गिनती 3 दिसंबर को तय की गई थी. बता दें कि इससे पहले चुनाव आयोग राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीख भी बदली थी. वहां, पहले 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव होना था, लेकिन इसे बदलकर 25 नवंबर कर दिया गया था.
विदित हो कि मिजोरम विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतजार 4 दिसंबर को खत्म होगा, लेकिन उससे पहले एग्जिट पोल के अनुमान सामने आ चुके हैं. एग्जिट पोल के अनुमानों में जोराम पीपुल्स मूवमेंट यानी जेडपीएम सरकार के जनादेश के संकेत हैं. प्राप्त संकेतों के अनुसार जेडपीएम को 49 फीसदी वोट के साथ 40 सदस्यों वाली मिजोरम विधानसभा में 28 से 35 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. मिजोरम विधानसभा में बहुमत के लिए जादुई आंकड़ा 21 सदस्यों का है।