जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते सरकारी राजस्व का हो रहा भारी नुकसान
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सिधौली-सीतापुर । जनपद सीतापुर के तहसील सिधौली क्षेत्र में इन दिनों अवैध तरीके से की जा रही सिंघाड़े की खेती लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है । सूत्रों का मानना है कि जिम्मेदारों की मिलीभगत से क्षेत्र के सैकड़ो तालाबों में राजस्व विभाग के परमिशन के बगैर ही धड़ल्ले से सिंघाड़े की खेती की जा रही है और इन अवैध सिंघाड़े की खेती के कर्ताओं पर क्षेत्रीय लेखपाल से लेकर तहसील प्रशासन तक मेहरबान बना हुआ है जिससे न सिर्फ इन लोगों के हौसले बुलंद हैं बल्कि सरकारी राजस्व का भी भारी नुकसान हो रहा है । स्थानीय लोगों का कहना है कि लेखपाल से लेकर उप जिलाधिकारी तक कई बार शिकायत होने के बावजूद भी कोई भी जिम्मेदार इस और ध्यान देने को तैयार नहीं है जिससे सरकारी राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसील सिधौली के कमलापुर क्षेत्र के बम्भेरा ,मानपारा , पतारा कलां , उसरी , छरासी ,सरौरा कलां , सुल्तानपुर मारूफ सहित दर्जनों गांवों में व अटरिया क्षेत्र के दर्जनों गांव के सैकड़ो तालाबों पर क्षेत्रीय लेखपालों की सरपरस्ती में अवैध तरीके से सिंघाड़े की खेती हो रही है ।
जब इस प्रकरण पर तहसीलदार सिधौली से उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उनका फोन रिसीव नहीं हो सका । इसके बाद जब उप जिलाधिकारी सिधौली को उक्त प्रकरण पर जानकारी के लिए फोन किया गया तो उन्होंने भी फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा इसके बाद उक्त प्रकरण की जानकारी के लिए अपर जिलाधिकारी को फोन किया गया तो उन्होंने बताया की ‘ठीक है मैं मामले को दिखवाता हूं’