
नोएडा / यूट्यूबर एल्विश यादव मामले में पांच आरोपियों को दो दिन की पुलिस रिमांड पूरी होने के बाद जेल भेज दिया गया है। हालांकि, नोएडा पुलिस एल्विश यादव और गिरफ्तार आरोपी राहुल यादव का आमना-सामना नहीं करवा पाई। इस बीच, एल्विश यादव को लेकर एक खबर सामने आई है। एल्विश यादव को दो बार पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था, एक बार वो पूछताछ में शामिल होने कोतवाली 20 पहुंचे, लेकिन दूसरे नोटिस में पुलिस को अपनी मेडिकल रिपोर्ट भेजकर पूछताछ में शामिल नहीं हुए।
पुलिस ने दो दिनों में कई सबूत जुटाए
कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपी राहुल यादव को गुरुग्राम, फरीदाबाद और दिल्ली के फार्म हाउस पर लेकर गई। जहां पार्टी ऑर्गनाइज की जाती थी। साथ ही राहुल ने जहर का राज खोला दिया है। राहुल ने पुलिस को बताया कि वह किस तरह से सांपों को सभी की निगरानी से बचाकर पाटियों में पहुंचता था। जिन रास्तों से पार्टियों में पहुंचा जाता था, पुलिस ने उसे वेरिफाई किया है। माना जाना जा रहा था कि पुलिस एल्विश यादव और गिरफ्तार आरोपी राहुल यादव को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। पुलिस ने इन दोनों का आमना-सामना करवाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाई। इसके बावजूद दो दिनों में कई सबूत जुटाए गए हैं।
आखिर क्या है पूरा मामला
भाजपा सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर के पद पर कार्यरत गौरव गुप्ता ने एफआईआर कराई है। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सेक्टर-49 इलाके में रेड की। इसी दौरान पांच आरोपी पकड़े गए। पुलिस को मौके से 20 मिलीमीटर स्नेक वैनम और 9 जहरीले सांप मिले थे। उनमें 5 कोबरा, एक अजगर, दो दोमुंहा सांप और एक रैट स्नेक शामिल है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एल्विश यादव की पार्टी में सांप और जहर की सप्लाई किया करते थे। इसके बाद अब 49 कोतवाली पुलिस ने एल्विश के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की थी।