स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार आखिर क्यों है मौन
नैमिष टुडे
विजय पाल
सीतापुर
बता दें ।कि विकासखंड ऐलिया की ग्राम पंचायत सरौरा से नजदीकी गांव हरदेवरापुर जाने वाले मोड पर जवाहर नवोदय विद्यालय के निकट एक महाशय के द्वारा क्लीनिक चलाया जा रहा है। जिनका नाम अंकुल यादव है जानकारी करने पर इनके पास डॉक्टरी से संबंधित कोई भी डिग्री नहीं है। मगर यह महाशय गले में डॉक्टरों की तरह आला डालकर क्लीनिक पर बैठते हैं और मरीजों के जिस्म पर आला लगाते हुए मरीज से मर्ज पूछ कर फिर पर्चा बनाकर इलाज करते हैं। इलाज के दौरान दवाई बोतल इंजेक्शन लगाए जाते हैं सुनने में आया है। की छोटा ऑपरेशन भी कर देते हैं यह महाशय तरह-तरह के इंजेक्शनों का प्रयोग इलाज के दौरान कर रहे हैं। डॉक्टर अंकुल यादव पैसा कमाने के चक्कर में किसी की मौत का इंतजार कर रहे हैं ।डॉक्टरी पेशे के साथ यह अपने आप को एक पत्रकार भी बताते हैं ।अब देखना है कि स्वास्थ्य विभाग इन पर क्या कार्यवाही करता है ।मामला लेनदेन पर आकर खत्म होता है या डॉक्टर अंकुल यादव पर कोई कार्यवाही भी होगी।