नहीं रही जनपद की सबसे बुजुर्ग महिला, हसी खुशी बिताई अपनी जिन्दगी छोड़ गई अपनी पुरानी यादें

नहीं रही जनपद की सबसे बुजुर्ग महिला, हसी खुशी बिताई अपनी जिन्दगी

छोड़ गई अपनी पुरानी यादें

नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला

सीतापुर / जिले की सबसे बुजुर्ग महिला मानी जाने वाले विद्यावती मिश्रा ने दुनिया को अलविदा कह दिया है उन्होंने 10 9 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. सीने में दर्द के कारण उनकी मौत हुई. उनके परिजनो के अनुसार, विद्या वती जून में 109 साल की हो गई होंगी. उनके नाम जिले की सबसे अधिक उम्रदराज वोटर महिला होने का प्रथम मतदाता ऑफ रिकॉर्ड्स का खिताब था उनके पोते अनुभव कुमार मिश्र के अनुसार, 109 की आयु में उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने इतने लंबे जीवन में हर दिन बडी हसी और खुशी से बिताया. यह बात खुद विद्यावती ने भी स्वीकार की थी उन्होंने एक बार यह कह कर सुर्खियां बटोरीं थीं कि उन्होंने अपने लंबे जीवन में कभी भी एक भी दुखी का दिन नहीं बिताया. कोकू के पुत्र गिरीश चन्द्र मिश्रा ने उनकी मौत होने की पुष्टि की.
बचाने में असफल रहे डॉक्टर
अनुभव मिश्र ने बताया कि जिस दिन उनकी मृत्यु हुई उस दिन उन्होंने हमेशा की तरह विकास खण्ड कसमण्डा के गांव छरासी स्थिति के अपने घर पर रात का खाना खाया. इस दौरान अनुभव मिश्रा अपनी दादी विद्या वती को याद कर काफी भावुक दिखे और उनकी आंखों में आंसू थे. अनुभव ने बताया, ‘वह मजाक कर रही थी, वह बात कर रही थी. फिर वह अचानक अस्वस्थ महसूस करने लगी. उसने सीने में दर्द की शिकायत की. हमने डॉक्टर को बुलाया. हमें बताया गया कि उसका ब्लड प्रेशर कम हो गया है, और इंजेक्शन लगाए गए हैं. लेकिन वे उसे बचाने में असफल रहे. वह शांत तरीके से, पूरी तरह से होश में, प्रार्थना करते हुए मर गईं.’
नेमिषारण्य में किया गया अन्तिम संस्कार
विद्यावती का अन्तिम संस्कार देव भूमि नैमिषारण्य मे किया गया उनके दो पुत्र और चार पोते तीन पोतियां है
बुजुर्ग महिला विद्यावती ने कभी वोट देने का मौका नही गवाया था आजाद भारत की पहली वोटर विद्यावती 18 बार विधानसभा चुनाव मतदान किया था सीतापुर विकास खण्ड कसमण्डा के छरासी गाँव की 109 साल की बुजुर्ग विद्यावती बताती थी कि उत्तरप्रदेश मे हर पांच वरस मे होने वाले लोकतंत्र के महापर्व यानि विधानसभा चुनावों मे 18 वी बार मतदान किया था उत्तर प्रदेश विधानसभा ने अब तक 18 विधानसभाये देखी है विद्यावती मिश्रा ने 1951-1952 मे पहले विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक मतदान करती आ रही है विद्यावती मिश्रा बताया था ब्रिटेनी हुकूमत से आजादी मिलने के बाद उसी समय उत्तर प्रदेश मे पहली बार आम चुनाव हुये थे
1951 में आजाद भारत में अपने मत का इस्तेमाल करने वाली विद्यावती भी 18 वीं बार चुनाव में वोट डालने वाली स्वतंत्र भारत के पहली मतदाता विद्यावती जनपद की उन 900 मतदाताओं में से एक हैं, जिनकी आयु 100 वर्ष या उससे अधिक है 33 साल की उम्र में डाला था पहला वोट
विद्यावती ने बताया था कि उन्होंने पहली बार जब वोट किया था, तब वह लगभग 27 साल के थी । तब से लेकर आज तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि पहली बार वह 1951 में वोटिंग का हिस्सा बने थी। वह बहुत खुश हैं कि उन्होंने आज तक कभी भी अपना वोट बर्बाद नहीं किया।

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