लखनऊ
प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा कृषि निदेशालय में विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभागीय योजनाओं का लाभ किसानों को और अधिक त्वरित गति तथा पारदर्शी तरीके से पहुंचना चाहिए, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता तथा लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आकांक्षानुसार हमें हर किसान तक पहुंच कर उसकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि पराली प्रबंधन के लिए किसानों के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने तथा जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही वैज्ञानिक खेती तथा जलवायु परिवर्तन को सहन कर सकने वाली पैदावार को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र में गौ आधारित प्राकृतिक खेती, पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना, प्रमाणित तथा संकर बीजों के उपलब्धता की स्थिति, सबमिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन, उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम, आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना तथा रेनफेड एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम सहित विभिन्न विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय योजनाओं की ऑनलाइन सुविधा के लिए चलाए जा रहे पोर्टल तथा वेबसाइट को दुरुस्त रूप से चलाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने सभी संबंधित योजना अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों तक प्रत्येक योजना का लाभ सही समय पर पहुंचना चाहिए।
इस दौरान कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख, अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी, सचिव कृषि डॉ. राजशेखर तथा कृषि विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।