लोकसभा चुनाव से पहले AIADMK ने छोड़ा NDA का साथ, 2024 में करेगी अलग मोर्चे का नेतृत्व

 

लोकसभा चुनाव से पहले AIADMK ने छोड़ा NDA का साथ, 2024 में करेगी अलग मोर्चे का नेतृत्व

पुंडूचेरी : ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम यानी कि AIADMK ने सोमवार को बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए से अलग होने का फैसला किया है. गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हुए पार्टी ने बाकायदा प्रस्ताव पारित किया है. AIADMK नेताओं की बैठक के बाद पार्टी के उप समन्वयक के पी मुनुसामी ने कहा कि उनकी पार्टी ने बीजेपी और एनडीए से सभी रिश्ते तोड़ रही है.
इससे दो दिन पहले तमिलनाडु की मुख्य विपक्षी पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने बड़ा बयान देते हुए भाजपा के साथ गठबंधन से इनकार किया था.
हालाकि बीजेपी नीत संप्रग सरकार को ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के हटने से फिलहाल कोई फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है.
(वैसे भी 2019 लोकसभा चुनाव में उसे एक ही सीट पर विजय प्राप्त हुई थी जबकि स्टालिन के के नेतृत्व में 39 में से 37 सीट जीतने का रिकॉर्ड बनाया है.)

एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता के पी मुनुसामी ने आज कहा कि बीजेपी का स्थानीय नेतृत्व पिछले एक साल से लगातार हमारे पूर्व नेताओं, हमारे महासचिव ईपीएस (एडापड्डी पलानीस्वामी) और हमारे कार्यकर्ताओं पर अनावश्यक टिप्पणी कर रहा है. आज की बैठक में यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया कि हम बीजेपी नीत संप्रग से अलग हो रहे हैं. उन्होंने यह भी बताया गया कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनाव में एक अलग मोर्चे का नेतृत्व करेगी. इसके साथ ही बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के लिए यह झटका माना जा रहा है.
बता दें कि पिछले काफी समय से AIADMK राज्य बीजेपी के बीच तनातनी देखने को मिली थी. पिछले दिनों ही पार्टी के नेता डी. जयकुमार ने द्रविड़ नेता सी. एन. अन्नादुरई की आलोचना के लिए बीजेपी की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता दिवंगत मुख्यमंत्री का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे. आरोप थे कि अन्नामलाई ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता सहित AIADMK नेताओं के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणी की थी.
बहरहाल दक्षिण भारत की राजनीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि एआईएडीएमके अभी किस तरफ के गठबंधन में शामिल होगी, यह साफ नहीं है. देश में दो प्रमुख गठबंधन जरूर हैं लेकिन ऐसे कई दल है जो कि एनडीए और ‘इंडिया’ दोनों का ही हिस्सा नहीं है. इसमें तेलंगाना के सीएम केसीआर की भारत राष्ट्र समिति, सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन जैसी पार्टियां शामिल हैं.

ऑल इण्डिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (लोकप्रिय रूप: अन्नाद्रमुक) तमिल नाडु राज्य का एक महत्त्वपूर्ण राजनीतिक दल है. इसकी स्थापना सन् 1972 में पूर्व अभिनेता व राजनीतिज्ञ एम जी रामचन्द्रन ने की थी जब वो द्रमुक से अलग हो गये थे.
द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) ने तमिलनाडु में लोकसभा चुनाव 2019 में जबरदस्त सफलता हासिल की है. DMK+ ने राज्य की 39 सीटों में से 37 पर जीत दर्ज की थी इसमें कांग्रेस की 8 सीट हैं. जबकि ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) को केवल 1 ही सीट से संतोष करना पड़ा था.

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