जनपद में नेत्र संक्रमण की रोकथाम के लिए जन जागरुकता हेतु निर्देश

जनपद में नेत्र संक्रमण की रोकथाम के लिए जन जागरुकता हेतु निर्देश

बारिश के मौसम में तेजी से फैल रहा आई फ्लू

जौनपुर/ब्यूरो चीफ अरुण कुमार दुबे नैमिष टुंडे

जौनपुर मौसम में बदलाव से एडिनो वायरस आंख आना का खतरा बढ़ गया है।यह एक ऐसा वायरस है। जिसके प्रभाव से आंखें लाल व खजुली होना,जलन महसूस होने की समस्या होती है। डाक्टरों की भाषा में इसे कंजेक्टिवाइटिस कहा जाता है।

इस बीमारी में बुखार आवाज बैठना,नाक बहना आदि की समस्या समाने आ रही है।इस बीमारी के शहर से गांव की ओर रुख कर रही है।
जौनपुर।आई फ्लू का प्रकोप तेजी से बढ़ा है। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में हर दिन करीब 100 नए मरीज आ रहे हैं। इसमें बच्चों की संख्या अधिक है। हर आयु वर्ग के लोग इसकी गिरफ्त में आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है आईफ्लू मरीज के संपर्क में आने से दूसरा व्यक्ति भी इसकी जद में आ रहा है।
जिला अस्पताल की नेत्र ओपीडी में हर दिन करीब 50 से अधिक मरीज आ रहे हैं। इसमें अधिक संख्या में मरीज आई फ्लू के सामने आ रहे हैं। इसमें बच्चों की तादाद अधिक है। नेत्र रोग विशेषज्ञो का मानना है कि आईफ्लू के सबसे अधिक मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। यह इंफेक्शन तेजी से फैल रहा है। संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से बचकर मर्ज पर काबू पाया जा सकता है।

प्राइवेट अस्पताल के नेत्र रोग विभाग की ओपीडी का यही हाल है। यहां पर हर दिन 60-70 मरीज आई फ्लू के आ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है बीते डेढ़ हफ्ते में आई फ्लू मरीजों की तादाद में तेजी से इजाफा हुआ है। एक अनुमान के मुताबिक, हर दिन सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में जिले में करीब 50 से अधिक नए मरीज आई फ्लू के सामने आ रहे हैं।

नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.वीके यादव ने बताया कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी की वजह से लोग बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आते हैं। यही एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इन्फेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं। आंखों में खुजली या सूजन होने का मतलब है कि कंजंक्टिवाइटिस है। इस कंडीशन में बार-बार आंखों में हाथ लगाने से दूसरी आंख में भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है। ऐसे में यह बचाव करना चाहिए। इसलिए हाथों से रगड़ना या छूना नहीं चाहिए। बताया हर दिन ओपीडी में करीब 25-30 मरीज आ रहे हैं। परिवार में एक व्यक्ति के होने पर बचाव न करने पर पूरा परिवार इसकी चपेट में आ रहा है।

जब किसी व्यक्ति को आईफ्लू होता है तब उसकी आंख में देखने से फ्लू नहीं होता है। बल्कि यह फ्लू संपर्क में आने के बाद ही फैलता है। बताया अगर किसी कंजंक्टिवाइटिस मरीज के मेकअप कॉजल, आई लाइनर, टॉवल या रूमाल यूज करते हैं तो इस इन्फेक्शन के होने के संभावना बढ़ जाती हैं।
बरते यह सावधानी
-पेशेंट को आइसोलेट रखें।
– उसकी टॉवल-पिलो अलग रखें।
– घर में तीन से पांच दिन अलग रहने की सलाह दे
– आंखों से छूने से बचाने के लिए चश्मा लगाए रहें।
– साफ सफाई का ध्यान रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नमस्कार,नैमिष टुडे न्यूज़पेपर में आपका स्वागत है,यहाँ आपको हमेसा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे 9415969423 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें