
कई वर्षों से बाउंड्री का इंतजार,बदहाल व्यवस्था सरकारी स्कूल के बीच से निकला रास्ता बजट के फेर में फंसा भविष्य
बेनीगंज/हरदोई_उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों की हालत को लेकर रोज नए-नए दावे किये जा रहे हैं। शिक्षा व्यवस्था की बेहतरी के काम भी हो रहे हैं लेकिन विकास खण्ड कोथावां में एक स्कूल ऐसा भी है, जिसमें बाउंड्री छोड़िए, स्कूल के बीच से गांव के आने-जाने का रास्ता बना हुआ है। हालात ये हैं कि बीच से रास्ता होने की वजह से गंदगी के अंबार के साथ होती शाम स्कूल में ही आवारा जानवरों का जमावड़ा लगा रहता है। हैरान करने वाली बात यह है कि बीते 7 वर्षों से हालात ऐसे ही बने हुए हैं लेकिन ग्राम पंचायत के सरकारी बजट के फेर में स्कूल की हालत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ब्लाक के निरंजन पुरवा स्थित प्राथमिक विद्यालय के बीच से गांव वालों ने आवागमन बनाए रखने के लिए विद्यालय की जमीन पर रास्ता बना लिया। इससे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को होने वाली समस्याओं से छुटकारा दिलाने सम्बंधी वार्ता में प्राथमिक विद्यालय इंचार्ज अध्यापक सत्रोहन विमल ने बताया कि विद्यालय के बीच में रास्ता होने से कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई जगह पूरी तरह से टूटी हुई बाउंड्री है। जबकि निकलने का रास्ता दूसरी तरफ है। यदि बाउंड्री कराई जाए तो आने-जाने का रास्ता ठप हो जाएगा। इस समस्या को बने हुए 7 वर्ष से ऊपर हो चुके हैं लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है। महेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक, बाउंड्री न होने की वजह से विद्यालय के भीतर आस-पास के आवारा पशुओं का जमावड़ा लग जाता है, जिसके चलते गंदगी तो होती ही है साथ ही बच्चों को कक्षा से बाहर निकलने से लेकर खेलने और बैठने तक कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कायाकल्प की जिम्मेदारी संभाले ग्राम प्रधान पार्वती देवी पति पन्नालाल से पूछे जाने पर बताया गया कि हमारे पास बजट दो से ढाई लाख तक पूरी पंचायत में विकास कार्य कराने हेतु आता है उससे हम बाउंड्री वाल नहीं करा सकते अतिरिक्त बजट आने पर कार्य करा दिया जाएगा। मामले की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी अजीत प्रताप सिंह से लेनी चाही तो उनका फोन ही नहीं उठा जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिम्मेदार इस ओर कितना ध्यान दे पा रहे हैं अथवा नहीं। पर सवाल उठता है कि क्या नौनिहालों की सुरक्षा व्यवस्था के साथ इसी तरह खिलवाड़ किया जाता रहेगा।