
मिश्रिख सीतापुर / चक्रतीर्थ में अमांवस्या स्नान के उपरांत पहला आश्रम के महंत एवं मेला मंडल के अध्यक्ष नारायण दास उर्फ नन्हकू दास द्वारा आज मंगलवार को भोर में 4 बजे डंका बजाए ,जाने के साथ ही लाखों परिक्रमार्थियों साधू संत महंतों के साथ ही धर्मावलंबी परिक्रमार्थियों द्वारा हर वर्ष फाल्गुन मांस की प्रतिपदा से होने वाली 84 कोसीय धार्मिक परिक्रमा का शुभारंभ कर दिया गया है । आज परिक्रमा का प्रथम पड़ाव कोरोना के द्वारकाधीश मंदिर के लिए प्रस्थान कर दिया गया है । यहां पर सभी परिक्रमार्थी भजन कीर्तन करते हुए पहुंचकर भगवान द्वारकाधीश का दर्शन करके यहीं रात्री विश्राम करेंगे । भोर होते ही परिक्रमा दल , रामा दल का जयघोष करते हुए दूसरे पड़ाव हरैया जनपद हरदोई के लिए प्रस्थान कर देगे । यह परिक्रमा 10 बाहरी पडाओ का भ्रमण और रैन बसेरा करता हुआ दसमी तिथि को महर्षि दधीचि की पावन धरती पर मिश्रित आ जाएगा जहां होलिका दहन पूर्णिमा तिथि तक निरंतर दैनिक पंचकोशी परिक्रमा संपन्न होगी । तदुपरांत होलिका दहन के बाद परिक्रमार्थी त्योहार मनाने के लिए अपने अपने घरों को प्रस्थान कर जाएंगे । फिर मिश्रिख तीर्थ में यह परिक्रमा मेला सामाजिक मेले में परिवर्तित होकर 1 मांह तक चलता रहेगा ।