*घर-घर योग की अलख जगा रहीं पांच सगी बहनें*
श्रवण कुमार मिश्र
सीतापुर / भागदौड़ के इस जीवन में बहुत से लोग तनावग्रस्त जीवन जी रहे हैं । लोग तमांम बीमारियों से ग्रस्त हैं। ऐसे में सीतापुर शहर की रहने वाली पांच सगी बहनें योग तथा प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति के माध्यम से लोगों को स्वस्थ बनाने का प्रयास रहीं हैं। पांच बहने और एक भाई के इस परिवार में सबसे बड़ी बेटी प्रियंका सिंह के निर्देशन में अन्य सभी चारों बहनें न सिर्फ योग में पारंगत हैं । बल्कि दूसरों को भी योग की शिक्षा दे रहीं हैं। मोहल्ला शास्त्री नगर में रहने वाले सेवानिवृत्त पुलिस कर्मी धर्मेश्वर सिंह की बेटी प्रियंका ने गृह विज्ञान में परास्नातक डिग्री हासिल करने के साथ ही आयुष मंत्रालय से ऑन लाइन प्रशिक्षण प्राप्त किया है । प्रियंका प्रतिदिन सुबह 4.30 बजे अपनी चारों बहनों के साथ शहर के महावीर उद्यान में पहुंच कर सुबह पांच बजे से छह बजे तक योग की नि:शुल्क शिक्षा देती है । योग शिविर में प्रति दिन 60-70 महिलाएं आती हैं । उनको योग सिखाया जाता है । प्रियंका का मानना है । अगर नियमित रूप से योग किया जाए तो विभिन्न बीमारियों से तो बचाव होता ही है । दिल-दिमाग भी तरोताजा रहता है। योग प्रशिक्षक प्रियंका सिंह महिलाओं को योग सिखाकर रोग मुक्त कर रही हैं। वह कहती हैं कि महिलाएं रोजाना अगर थोड़ा सा समय योग के लिए निकालें तो अवसाद, रक्तचाप, मधुमेह तथा हृदय रोगों आदि बीमारियों से बच सकती हैं। बहुत सी महिलाएं अवसाद और रक्तचाप से ग्रस्त हैं। ऐसे में योग करेंगे तो नई ऊर्जा का संचार होगा। वह बताती हैं कि महिलाओं में कमर दर्द एक आम समस्या है, इससे बचने के लिए भुजंगासन करना चाहिए। यदि भुजंगासन को तेजी के साथ किया जाए तो शरीर का फैट कम होता है। इसके अलावा महिलाओं में माइग्रेन से इससे निजात पाने के लिए अनुलोम-विलोम करना चाहिए। नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिए अनुलोम-विलाेम एक सशक्त योग है। नेत्र ज्योति बढ़ाने के लिए इसे कम से कम एक घंटा जरूर करना चाहिए। मानसिक एकाग्रता बढ़ाने के लिए वृक्षासन करना चाहिए। अनुलोम-विलोम और प्राणायाम से हमारे शरीर के आंतरिक अंगों को मजबूती मिलती है।