ज्योतिष: वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधे का बहुत अधिक महत्व है। पेड़-पौधों से न केवल घर को खूबसूरत बनाने में मदद करते हैं बल्कि घर के वास्तु को भी दूर करने में मदद करते हैं।लेकिन नीम की बात करें तो इसका पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर होने के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी काफी है। नीम का संबंध मंगल ग्रह के अलावा शनि और केतु ग्रह से भी है। इसलिए अगर घर के बाहर लगाना चाहते है, तो हमेशा दक्षिण दिशा की ओर ही लगाना चाहिए। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र में नीम की लकड़ी का भी महत्व है।
इसका इस्तेमाल करके जातक कई तरह के दोषों से छुटकारा पा सकता है। जानिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कैसे नीम का इस्तेमाल करना होगा शुभ।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीम का संबंध शनि और केतु ग्रह है। इसलिए इन दोनों ही ग्रहों को शांत करने के लिए नीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर घर के बाहर नीम का पेड़ लगाएं।
नीम की लकड़ियों से हवन करने से शनि ग्रह शांत होता है। इसलिए हो सके तो सप्ताह में एक बार हवन में नीम की लकड़ी का इस्तेमाल जरूर करें।
कुंडली में केतु ग्रह को शांत करने के लिए नीम की पत्तियों का रस निकालकर नहाने वाले जल में मिलाकर स्नान कर लें। ऐसा करने से आपको हर समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष हैं तो वह घर के दक्षिण या भी वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में नीम का पेड़ जरूर लगवाएं। ऐसे करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलने के साथ पितरों का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है।