
हिमांशु द्विवेदी/नैमिष टुडे
कन्नौज/ दिनांक 19 सितम्बर 2025 का दिन कन्नौज जनपद के लिए किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं था।
नगर की काशीराम कॉलोनी अचानक उस समय दहल उठी जब एक सनकी प्रेमी दीपू चक ने अपनी प्रेमिका के भाग जाने की बौखलाहट में मासूम बच्चों को निशाना बना लिया।
तमंचे की नोक पर नाबालिक प्रीति और प्रांशु को बंधक बना उसने प्रेमिका अर्चना को बुलाने की ज़िद ठान ली।
यह ख़बर जैसे ही पुलिस अधिकारियों तक पहुँची, आनन-फानन में आला अफसरों ने मोर्चा संभाला।
अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार, क्षेत्राधिकारी सुरेश मलिक, कोतवाली प्रभारी विष्णुकांत तिवारी और अतिरिक्त निरीक्षक ब्रजपाल मौके पर पहुँचे।
घंटों तक चली मशक्कत, समझाइश और रणनीति के बीच पूरे 7 घंटे का यह रेस्क्यू ऑपरेशन न सिर्फ सांसें थामे हुए था बल्कि पूरे शहर की निगाहें इस पर टिकी थीं।
सबसे उल्लेखनीय रहा मासूम बच्ची प्रीति का साहस और धैर्य।
उसकी सूझबूझ और पुलिस की तत्परता ने मिलकर इस कठिन हालात को साध लिया।
आख़िरकार आरोपी को मुठभेड़ में धर दबोचा गया और बच्चे सकुशल पुलिस की गोद में लौटे।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।
इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस का एक मातृत्व भरा चेहरा सामने ला दिया।
सिर्फ बंधक मुक्ति तक सीमित रहने के बजाय पुलिस अधिकारियों ने इन बच्चों के भविष्य को भी अपनी जिम्मेदारी मान लिया।
क्षेत्राधिकारी सुरेश मलिक, कोतवाली प्रभारी विष्णुकांत तिवारी, इंस्पेक्टर ब्रजपाल, सब इंस्पेक्टर अंकिता तिवारी और सब इंस्पेक्टर दीपांजलि वर्मा ने मिलकर बच्चों के जीवन को संवारने का बीड़ा उठाया।
शिक्षा की व्यवस्था, रहने को आवास, रोज़गार के लिए सिलाई मशीन और सहयोग राशि प्रदान कर बच्ची प्रीति को सम्मानित किया गया।
एडीजी आलोक सिंह, आईजी हरीश चंदर के मार्गदर्शन और
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार व अपर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार की देखरेख में
यह पहल केवल एक घटना पर प्रतिक्रिया नहीं रही, बल्कि यह आजीवन सहारा बनने का संकल्प सिद्ध हुई।
मासूम बच्चों की जुबान से निकले शब्द सबके दिल को छू गए—
“अब पुलिस ही हमारी अभिभावक है।”
कन्नौज पुलिस ने यह साबित कर दिया कि वर्दी सिर्फ सख्ती का प्रतीक नहीं है,
बल्कि जब बात मासूमों की हो, तो वही वर्दी मातृत्व और संरक्षण का दूसरा नाम बन जाती है।
इस दौरान पत्रकार हिमांशु द्विवेदी ,संजीव मिश्रा,प्रधान प्रतिनिधि बड़े शाक्य,किसान नेता अमन यादव ने इस साहसिक कदम के लिए बच्ची को पुरस्कार स्वरूप राशि भेंट कर बच्ची का मनोबल बढ़ाया और साथ ही साथ पत्रकार हिमांशु द्विवेदी और संजीव मिश्रा उर्फ़ छोटे सभी पुलिस अधिकारियों को उपहार भेंट कर उनका धन्यवाद किया।