
डीएम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला पर्यावरण, गंगा संरक्षण एवं वृक्षारोपण समिति की बैठक
बहराइच / वित्तीय वर्ष 2025-26 अन्तर्गत संचालित होने वाले पौध रोपण अभियान को सफल बनाये जाने के उद्देश्य से विकास भवन सभागार में आयोजित जिला वृक्षारोपण, पर्यावरण एवं गंगा संरक्षण समिति की बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने लक्षित विभागों को निर्देश दिया कि आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष पौधरोपण कराएं जाने हेतु गडढों की खुदाई, पौधों की उपलब्धता, उठान तथा सबसे महत्वपूर्ण बिन्दु रोपित गये पौधों की सुरक्षा को सुनिश्चित कराने के व्यापक प्रबन्ध किये जाएं। डीएम ने अधिकारियों को सुझाव दिया कि निर्धारित लक्ष्य 75 लाख पौधों तक ही सीमित न रहें, विभागीय परिसम्पत्तियों में यदि पर्याप्त स्थान उपलब्ध है और वह स्थान पौधरोपण के लिए उपयुक्त है तो लक्ष्य से अधिक पौधे भी रोपित कराने का प्रयास करें।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी व क्षेत्रीय अधिकारी, उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अयोध्या की अनुपस्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने सीएमओ से स्पष्टीकरण प्राप्त करने तथा क्षेत्रीय अधिकारी द्वारा नियमित रूप से बैठक में उपस्थित न रहने के सम्बन्ध में शासन को पत्र भिजवाये जाने का निर्देश दिया। डीएम ने डीएफओ बहराइच को निर्देश दिया कि वृक्षारोपण लक्ष्यों के सापेक्ष स्थल चयन तथा चयनित स्थानों के अनुकूल प्रजातियों के सम्बन्ध में एडवाईज़री जारी करने का निर्देश दिया। डीएम ने सुझाव दिया कि पौध रोपण के दौरान फलदार पौधों का भी रोपण किया जाय।
डीएम मोनिका रानी ने बायोमेडिकल अपशिष्ट को शासन द्वारा निर्धारित मानक एव गाईड के अनुसार वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण कराये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि नगरीय क्षेत्रों में पंजीकृत लैबों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाय कि उनके द्वारा भी मानक के अनुसार बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण किया जाय। डीएम ने कहा कि निरीक्षण के द्वारा शिथिलता पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाय। डीएम ने शुगर मिलों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों व मानक के अनुसार कूड़े का निस्तारण कराये जाने का निर्देश देते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी व उपायुक्त मनरेगा को मुख्य मार्गों के किनारे प्रत्येक माह ग्राम पंचायतों में सफाई अभियान संचालित करने की कार्ययोजना तैयार करने को कहा।
डीएम ने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिया कि फरवरी 2025 से विशेष अभियान चलाकर कूड़े के निस्तारण की कार्रवाई करें। डीएम ने निर्देश दिया अभियान के दौरान आवश्यक उपकरणों, जनशक्ति तथा आवश्यकता लॉजिस्टिक की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाय। डीएम ने सफाई अभियान के दौरान स्वयं सहायता समूहों से भी अपेक्षित सहयोग लेने तथा अभियान के दौरान आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का भी निर्देश दिया। डीएम ने डीएफओ को निर्देश दिया कि पौध रोपण के लिए नर्सरी इत्यादि तैयार करने हेतु जिले में संचालित गौआश्रय स्थलों से गोबर क्रय कर खाद के रूप में उपयोग किया जाय।
बैठक का संचालन प्रभागीय वनाधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, प्रभागीय वनाधिकारी कतर्नियाघाट बी. शिव शंकर, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेश कुमार उपाध्याय, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी राजीव कुमार, उप निदेशक कृषि शिशिर वर्मा, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद बहराइच प्रमिता सिंह सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।