
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सकरन/सीतापुर। यह मामला विकासखंड सकरन के ग्राम मोहलिया कहां है जहां के ठेकेदार कन्हैयालाल व शिव कुमार ने यह आरोप लगाते हुए बताया कि हमने तीन पेड़ शीशम के काटने के पहले वन विभाग दरोगा नरेंद्र यादव को बताया था और उनको ₹1000 प्रति पेड़ के हिसाब से दिए थे फिर अगले दिन जब हमने पेड़ काटे तो रात में वन दरोगा नरेंद्र यादव वहां पर पहुंचकर उन्होंने हमको डराया धमकाया और कहा कि₹12000 हमको और दे दो नहीं तो जुर्माना कर देंगे फिर ठेकेदार ने₹12000 नरेंद्र यादव को वहीं पर दिया और वह लेकर के चले गए फिर दूसरे दिन उन्होंने कहा कि ₹3000 और हमको दे दो। नहीं तो हम रसीद काटने जा रहे हैं फिर ठेकेदार कन्हैया लाल ने वन विभाग के मेंन दरोगा कमाल अहमद सिद्दीकी को यह बात बताई तो उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में नहीं है और मैं कुछ नहीं जानता। यह बात ठेकेदार कन्हैया लाल ने मीडिया टीम को बताते हुए कहा कि वन विभाग दरोगा नरेंद्र यादव सभी ठेकेदारों से₹1000 प्रति पेड़ लेकर के चोरी से पेड़ कटवा रहे हैं फिर उसी रात हमारे क्षेत्र में कई इस प्रकार के कटान हुए हैं, जैसे पेड़ मलिक राजेशपाल ग्राम बंगरहा के पांच पेड़ आम के, भीमा मोइया ग्राम कीर्तापुर एक पेड़ जामुन, नरेश पंडित ग्राम मालिन पुरवा दो पेड़ गूलर,सरवन ग्राम मालिन पुरवादो पेड़ गूलर, बैरागी ग्राम मालिन पुरवा तीन पेड़ शीशम, गुलजार खां ग्राम सेमरा कला ग्यारह जामुन पांच पेड़ आम पांच पेड़ सीसम, बीरेंद्र ग्राम कीर्तापुर पांच पेड़ सीसम काटे गए थे। ठेकेदार कन्हैयालाल ने कहा कि साहब जुर्माना करना है तो जितने भी पेड़ काटे हैं उन सब पर करिए तो उन्होंने कहा कि तुमने मेरी शिकायत बड़े साहब से की है इसलिए तुम पर जुर्माना करेंगे और किसी पर नहीं होगा और तुम मेरी शिकायत करो या पेपर में निकलवा करके कुछ नहीं कर सकते हो।
अब देखना यह है कि इस प्रकार के भ्रष्ट अधिकारियों पर योगी सरकार कुछ करती है। या फिर इसी प्रकार से एक ₹1000प्रति पेड़ के हिसाब से लेकर के पेड़ कटवाते रहेगें।