
ख़ास ख़बर: उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या सोची समझी साजिश का हिस्सा प्रतीत हो रही है। एनआईए जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या के पीछे पाकिस्तानी संगठन दावत-ए इस्लामी का हाथ था। यह संगठन लगातार कट्टरपंथ के बीज बोने की कोशिश कर रहा था।यह भी बात सामने आई है कि राजस्थान में इस संगठन की ओर से 40 लोगों की टीम भी तैयार की गई थी, ताकि नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले लोगों का सिर कलम किया जा सके। पाकिस्तानी संगठन दावत-ए-इस्लामी अजमेर में आपत्तिजनक धार्मिक किताबों की बिक्री भी करवा रहा था। वहीं, व्हाट्सऐप के जरिये लोगों को तालिबानी तरीके से सिर कलम करने की ट्रेनिंग दी जाती थी।एनआईए और एटीएस ने यह खुलासा आतंकी रियाज और गौस की मोबाइल से मिले पाकिस्तान के 10 लोगों के नंबरों की जांच के बाद किया है। एनआईए की प्रारंभिक जांच में यह बात भी सामने आई है कि पाकिस्तान के संगठन दावत-ए-इस्लामी ने राजस्थान के छह जिलों में नूपुर शर्मा के समर्थकों को सबक सिखाने का मिशन तय किया था। इन हत्याओं के जरिए पूरे देश में खौफ पैदा करने की साजिश थी।