चाणक्य नीति: आचार्य चाणक्य कहते हैं कि, पुरुष को कभी भी खुद के साथ हुए अपमान का जिक्र अपनी पत्नी के सामने नहीं करना चाहिए। महिलाओं के बारे में ऐसा माना जाता है कि जब भी झगड़ा या मतभेद होता है तो वो इसी अपमान का बार-बार जिक्र कर ताना देती हैं। जिससे घाव हरे हो जाते हैं।
चाणक्यनीति के अनुसार एक पति को पत्नी से अपनी कमजोरी छुपाकर रखनी चाहिए। चाणक्य का मानना है कि अगर पत्नी को पति की कमजोरी के बारे में पता चल जाता है तो वो बार-बार उसी कमजोरी का हवाला देकर अपनी गलत जिद को भी पूरी करवा लेती हैं। इालिए पति को अपनी कमजोरी सदैव छिपाकर रखनी चाहिए।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार से शास्त्रों में ऐसा बताया गया यदि आप दान करते हैं तो वह इतना गुप्त होना चाहि। उसी प्रकार जब आप दान करें या फिर किसी की आर्थिक रूप से मदद करें तो इस बारे में अपनी पत्नी को बिल्कुल भी न बताएं। संभव है कि भविष्य में वह आपको ऐसा करने से रोकने लगे और आप पुण्य का कार्य भी न कर पाओ।