राज्यसभा चुनाव: बीजेपी की रणनीति से कांग्रेस मुश्किल में

राज्यसभा चुनाव: राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने ऐसा दाव खेला कि कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया, इस महीने की 10 तारीख को 15 राज्यों में राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनावों में राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक महाराष्ट्र में कांटे की टक्कर तय है. तय सीटों से ज्यादा उम्मीदवार उतारने से मतदान पेचीदा हो गया है. भाजपा ने चारों राज्यों में अपनी संख्या के आधार पर तय जीत वाली सीटों के अलावा एक-एक अन्य उम्मीदवार उतार कर निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन देकर विपक्षी खेमे खासकर कांग्रेस के लिए दिक्कतें बढ़ा दी हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस के लिए क्रॉस वोटिंग को रोकना बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. इसके लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों की घेराबंदी शुरू करती है.हरियाणा में सीटें दो उम्मीदवार तीनहरियाणा में राज्यसभा की दो सीट पर चुनाव होने हैं तीन उम्मीदवार मैदान में हैं. जीत के लिए 31 विधायकों की जरूरत है. भाजपा के पास अपने 41 विधायक हैं उसके उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार 31 वोट हासिल कर आसानी से जीत सकते हैं. कांग्रेस के पास भी 31 विधायक हैं उसके उम्मीदवार अजय माकन भी पूरे वोट मिलने पर जीत जाएंगे. यह अलग बात है कि एक भी वोट कटने पर भाजपा व जजपा समर्थित उम्मीदवार निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा के साथ मामला फंस जाएगा. ऐसे में कार्तिकेय के रिश्ते कांग्रेस में रहे हैं, उनके पिता एवं परिवार के लोग कांग्रेस में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं. ऐसे में माकन के लिए भी दिक्कतें बढ़ सकती हैं.राजस्थान में भाजपा ने कांग्रेस को मुश्किल में डालाकांग्रेस के लिए राजस्थान में बाहरी उम्मीदवार सिरदर्द बने हुए हैं. ऐसे में भाजपा ने निर्दलीय सुभाष चंद्रा को समर्थन देकर कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार के लिए संकट बढ़ा दिया है. गणित के आधार पर राज्य में जीत के लिए 41 विधायकों के वोट चाहिए. ऐसे में भाजपा के पास अपने एक उम्मीदवार को 41 वोट देने के बाद 30 वोट अतिरिक्त रहते हैं, जो निर्दलीय सुभाष चंद्रा को जाएंगे. ऐसे में चंद्रा अगर 11 वोट हासिल कर लेते हैं तो कांग्रेस का तीसरा उम्मीदवार हार जाएगा. कांग्रेस के पास अपने 108 विधायक हैं. इस तरह से उसे 15 का समर्थन चाहिए. इस कड़ी में विगत दिनों सीएम अशोक गहलोत ने राज्यसभा उम्मीदवारों के साथ निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की थी.कर्नाटक में एक-एक अतिरिक्त उम्मीदवार ने बढ़ाई दिक्कतेंकर्नाटक में भाजपा कांग्रेस दोनों ने एक-एक ज्यादा उम्मीदवार उतारा है. ऐसे में जेडीएस के एकमात्र उम्मीदवार की संभावनाएं घट गई हैं. वहां पर जीत के लिए 45 वोट चाहिए. भाजपा के पास 122 विधायक हैं वह अपने दोनों उम्मीदवारों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन अभिनेता जग्गेश को जिताने के बाद अपने तीसरे उम्मीदवार लहर सिंह के लिए 32 वोट बचा लेगी. उसे 13 वोट की जरूरत रहेगी. कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं एक उम्मीदवार को जिताने के बाद दूसरे उम्मीदवार के लिए वह 25 वोट ही बचा सकेगी उसे 20 वोट की जरूरत होगी. ऐसे में दूसरी वरीयता में भाजपा भारी पड़ेगी.

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