
भ्रष्टाचार की बानगी बना इंटरलॉकिंग रोड निर्माण — बिना रोड़ा, सीमेंट-मौरंग के सिर्फ बालू पर बिछा दी गई ईंटें
नैमिष टुडे/संवाददाता
लखीमपुर में ग्राम पंचायत बसहा माफी के मजरा उर्रा में ग्राम निधि से कराए गए मदन के घर से टांडा तक इंटरलॉकिंग रोड निर्माण कार्य में भारी अनियमितताएं उजागर हुई हैं। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य पूरी तरह से मानकविहीन तरीके से किया गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि संबंधित कार्य का एस्टीमेट तो बना, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। निर्धारित एस्टीमेट के अनुसार न तो रोड़ा डलवाया गया, न ही सीमेंट और मौरंग का उचित मिश्रण किया गया। इसके स्थान पर सिर्फ बालू से लेवलिंग कर इंटरलॉकिंग ईंटें बिछा दी गईं, जो निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह तो केवल एक बानगी है — पंचायत क्षेत्र में ऐसे दर्जनों कार्य किए गए हैं, जिनमें केवल कागजों पर सामग्री दिखाई गई, जबकि धरातल पर कुछ नहीं किया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि ग्राम निधि का दुरुपयोग और भ्रष्टाचार चरम पर है।
जांच और कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों और प्रशासन से जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इस पर संज्ञान नहीं लिया गया, तो यह सड़क कुछ ही महीनों में खराब हो जाएगी, और सार्वजनिक धन की बर्बादी होगी।