
ऋषभ दुबे/नैमिष टुडे
छिबरामऊ, कन्नौज। वायरल तस्वीर में हिस्ट्रीशीटर का अपराधी पुत्र इंस्पेक्टर को तस्वीर भेंट करता हुआ नज़र आ रहा है।
हालांकि तस्वीर वायरल हुए काफ़ी वक्त हो चुका और उसके बाबजूद भी उच्चाधिकारियों ने मामले में चुप्पी साध रखी है।
अधिकारियों की चुप्पी जनता के मध्य चर्चा का विषय बनी हुई है।
लोगों का कहना है कि पुलिस जैसे अनुशासित विभाग विभाग में इतने बड़े मामले में चुप्पी को क्या समझा जाए!
विस्तार से पूरा प्रकरण समझें:
रुचि गुप्ता घटना क्रम के बाद हटाए गए तत्कालीन इंस्पेक्टर अजय कुमार अवस्थी के बाद कोतवाली की कमान विशुन कांत तिवारी को सौंप अधिकारियों ने जनता में उम्मीद की एक किरण जगाने का प्रयास किया।
परन्तु चार्ज मिलने के कुछ समय बाद ही इंस्पेक्टर के साथ अपराधियों ने मिलकर एक तस्वीर ली जो उन्होंने सोशल मीडिया एकाउंट पर पोस्ट की,जो अब वायरल हो रही है।
हालांकि हिस्ट्रीशीटर के मामले को लेकर इससे पहले भाजपा विधायक और पूर्व राज्य मंत्री श्रीमती अर्चना पांडे ने मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी को 23 मई 2023 को पत्र लिख दोषियों पर कार्यवाही को कहा था।जिसको लेकर तत्कालीन अधिकारियों ने सख्ती दिखाते हुए कार्यवाही के आदेश दिए थे।परन्तु अब एक बार फिर से आरोपी के साथ कोतवाली में इंस्पेक्टर की तस्वीर वायरल होने और सम्मान दिए जाने का मामला सामने आया।
जानिए कौन है सौरभ यादव?
सौरभ यादव छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र के बहवलपुर का रहने वाला है।अपने माता पिता की चार संतानों में सबसे बड़ा है।सूत्रों के प्राप्त जानकारी के अनुसार उसने स्नातक की शिक्षा प्राप्त की है।
उसके बाद उसके कदम जुर्म ज़रयाम की दुनिया में अपने कदम रखते हुए एक के बाद एक कई मुकदमों में अपना नाम दर्ज करवाया।सौरभ के पिता अवधेश यादव उर्फ बबलू एक कुख्यात अपराधी हैं, जिन पर हत्या, रंगदारी, मारपीट, और अवैध कब्जों जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। एक अन्य वायरल तस्वीर में वह भी इंस्पेक्टर के साथ मित्रवत मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं।
क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि इनकी पकड़ केवल अपराध की दुनिया में ही नहीं, बल्कि पुलिस और राजस्व विभाग तक में मजबूत हो गई है,जिससे आम जनता में गहरा भय और असंतोष है।
सौरभ यादव की इन तस्वीरों के वायरल होने के 24 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन अभी तक प्रशासन से कोई जानकारी और स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
हालांकि तस्वीर के मामले में कोतवाली प्रभारी में कहा मैं नया नया आया था तो कौन क्या है ये जनता नहीं था ये तस्वीर उसी समय की हो सकती है।
हालांकि इस तस्वीर पर प्रशासन की चुप्पी जनता में चर्चा का विषय है।वहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आम जनता को न्याय की उम्मीद है कि अपराधियों और अधिकारियों के मध्य फैले इस मकड़ जाल को अवश्य ही स्पष्ट कर कार्यवाही की जाएगी।