
प्रतापगढ़ , श्रावण मास के प्रथम सोमवार को बेलखरनाथ धाम में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक द्वारा सुरक्षा व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण-
आज दिनांक 14.07.2025 को श्रावण मास के प्रथम सोमवार के अवसर पर जिलाधिकारी प्रतापगढ़ श्री शिव सहाय अवस्थी एवं पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ डॉ. अनिल कुमार द्वारा थाना दिलीपपुर क्षेत्रान्तर्गत स्थित बेलखरनाथ धाम में भ्रमणशील रहकर संपूर्ण सुरक्षा व्यवस्थाओं, यातायात प्रबंधन एवं श्रद्धालुओं की सुविधाओं का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
इस दौरान अधिकारियों द्वारा कांवड़ यात्रा में सम्मिलित श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुगम आवागमन एवं कानून-व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु मुख्य कांवड़ मार्गों एवं शिवालयों का भ्रमण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। कांवड़ मार्गों पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती, बेरिकेडिंग, मेडिकल सहायता, पेयजल, अस्थायी शौचालय, प्रकाश व्यवस्था एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया दल की उपस्थिति सुनिश्चित की गई है।*
निरीक्षण के दौरान ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल को सतर्क दृष्टि बनाए रखने, संवेदनशील स्थानों पर विशेष ध्यान देने तथा तत्काल प्रभावी कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही मौके पर मौजूद सेक्टर व जोनल अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाए रखते हुए शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए गए।*
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि —*
“कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने हेतु जनपद के सभी प्रमुख मार्गों, शिवालयों एवं घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। पुलिस बल के साथ-साथ ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी निगरानी, फायर टेंडर व मेडिकल टीम भी सक्रिय रूप से तैनात हैं। सभी श्रद्धालुओं से सहयोग की अपेक्षा है कि वे चिन्हित मार्गों व घाटों का ही प्रयोग करें तथा कोई अफवाह न फैलाएं।”
जिलाधिकारी श्री शिव सहाय अवस्थी ने कहा —*
“प्रशासन द्वारा समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा व स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए स्वच्छता, पेयजल व चिकित्सा व्यवस्था को नियमित रूप से मॉनिटर किया जा रहा है। बच्चों, बुजुर्गों एवं महिलाओं की देखरेख हेतु स्वयं सहायता समूहों एवं स्थानीय स्वयंसेवकों की सहायता ली जा रही है।”
श्रद्धालुओं को लाउडस्पीकर के माध्यम से सतर्कता, सावधानी एवं नियमों के पालन संबंधी निर्देशों की निरंतर मुनादी कराई जा रही है। विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों एवं वृद्धजनों को केवल चिन्हित एवं सुरक्षित घाटों पर ही स्नान करने हेतु जागरूक किया जा रहा है, जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके तथा शांति एवं सुव्यवस्था बनी रहे।*