
प्रतापगढ़ , राष्ट्रीय पुनरुत्थान के लिए समर्पित रहा मौसी जी का जीवन-प्रिया त्रिपाठी
आद्य संचालिका लक्ष्मी बाई केलकर का मनाया गया जन्मदिन
प्रतापगढ़। राष्ट्र सेविका समिति के आयोजकत्व में नगर स्थित संघ कार्यालय पर राष्ट्र सेविका समिति की आद्य संचालिका वंदिनी लक्ष्मी बाई केलकर( मौसी जी) का जन्मदिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ आद्य संचालिका लक्ष्मी बाई केलकर के चित्र के समक्ष पुष्प व माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए किया गया। इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद राष्ट्र सेविका समिति की जिला कार्यवाहिका श्रीमती प्रिया त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत की धरा पर बारम्बार महान विभूतियो ने जन्म लिया,जिन्होंने भारत माता के वैभव को बढ़ाया और निरंतर देश की संस्कृति को रक्षा की। ऐसी ही दृढ़ विचार रखने वाली राष्ट्र सेवी तेजस्वी साहसिक लक्ष्मीबाई केलकर मौसी ने हिंदू राष्ट्र का पुनर्निर्माण हेतु 1936 में गुजरात के वर्धा नामक स्थान पर भारतीय संस्कृति एवं परम्पराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए विश्व का सबसे बड़ा हिंदू महिलाओं का संगठन राष्ट्र सेविका समिति के नाम से खड़ा किया। उन्होंने कहा कि वंदनीया मौसी जी के नाम से प्रसिद्ध लक्ष्मीबाई केलकर की जन्मदिन या “संकल्प दिवस” पर हम उनके गहन दृष्टिकोण और स्थायी विरासत पर विचार करने के लिए एकत्रित हैं। राष्ट्र सेविका समिति की अग्रणी आद्य प्रमुख संचालिका के रूप में, उनका जीवन और शिक्षाएँ राष्ट्रीय पुनरुत्थान के लिए महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए समर्पित एक आंदोलन को प्रेरित करती रहती हैं। जिला कार्यवाहिका ने कहा कि स्त्री, मातृशक्ति, माता और जननी जैसे कई नामों से जानी जाने वाली महिलाएँ समाज की आधारशिला हैं। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शालिनी,रेखा,सुनीला, वसुंधरा,सिद्धि, उमा,गौरी ,वान्या संजना,नीलम,माया,तारा, मनीषा,वर्षा सहित आदि मातृ शक्तियां उपस्थित रही।