
‘प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश, एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण अभियान के तहत बांटे पौधे
नैमिष टुडे/डॉ. अभय शुक्ला
प्रतापगढ़।विश्व जल पुरस्कार विजेता अजय क्रांतिकारी ने हरियाणा में जनभागीदारी बढ़ाते हुए वृक्षारोपण अभियान को बनाया जनांदोलन।
अंधाधुंध गति से हो रही हरे पेड़ों की अवैध कटान से धरती का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।ग्लोबल वार्मिंग के संकट से पूरी दुनिया के लिए जीवन संकतमय हो रहा है।जिसका दुष्प्रभाव हमारे पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर दिखाई दे रहा है।जिसके चलते ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की समस्या विकराल होती जा रही है और पीढ़ियों के लिए धरती पर जीवन संकटमय होता जा रहा है।इससे मुक्ति एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए विगत 5 जून 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक पेड़ मां के नाम जो अभियान चलाया था अब वह पर्यावरण सेना के सहयोग से जन आंदोलन का रूप ले लिया है।इन दिनों पर्यावरण सेना प्रमुख एवं विश्व जल पुरस्कार विजेता अजय क्रांतिकारी अपने कार्यकर्ताओं के साथ लगातार पूरे देश और दुनिया में जलवायु परिवर्तन से मुक्ति के लिए पेड़ों को बचाने और जल संचयन हेतु लोगों को लगातार जागरूक कर रहे हैं।पर्यावरण सेना प्रमुख एवं विश्व जल पुरस्कार विजेता अजय क्रांतिकारी के नेतृत्व में पर्यावरण सेना द्वारा हरियाणा में मोरनी और साहा ब्लॉक सहित कई क्षेत्रों में लोगों को एक पेड़ मां का नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण करते हुए लोगों को पौधे बांट कर जलवायु संरक्षण के लिए जागरूक कर रहे हैं।इस दौरान पर्यावरण सेना प्रमुख कार्यकर्ताओं के सहयोग से लगभग दस हजार से अधिक पौधे वितरित किए।वृक्षारोपण अभियान में सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु उन्होंने ग्राम पंचायत सदस्यों का भी सहयोग प्राप्त कर रहे हैं। ग्रीनमैन अजय क्रांतिकारी के आह्वान पर ग्रामीणों ने पेड़ों को लगाकर उसकी सुरक्षा का भी संकल्प लिया।साथ उन्होंने स्वस्थ और संतुलित जीवन के लिए पहाड़ों की सुरक्षा का संदेश दिया।इस मौके पर पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने कहा कि पेड़ों को बचाए बिना जीवन को सुरक्षित रखना असम्भव है।जलवायु परिवर्तन से मुक्ति के लिए प्राकृतिक संसाधनों के मूल स्वरूप को बचाए रखते हुए हरियाली को बढ़ाना होगा।उन्होंने सभी से जल की हर एक बूंद का नैतिक उपयोग और अपनी मां के नाम एक एक पेड़ लगाकर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु प्रेरित किया।इस अभियान में सुभाष चंद्र, ओम प्रकाश,राज कुमार, सुमित कुमार एवं अशोक कुमार आदि प्रमुख रूप से रहे।