
मील मालिक की लापरवाही और मानक विहीन कार्यशैली के चलते दो परिवारों के सिर उठा पिता का साया।
नैमिष टुडे/हिमांशु द्विवेदी/ ब्यूरो चीफ
कन्नौज/ छिबरामऊ नगर के सौ सैया अस्पताल रोड पर स्थित मां भगवती राइस मील के मालिक और संचालक कौशल दीक्षित उर्फ़ लड्डू का एक धान मील है।
जिसमें कई मजदूर कार्य करते हैं हालांकि मजदूरों को सरकारी मानकों के आधार पर ना तो रखा जाता है और ना ही उनकी तनख्वाह निर्धारित होती है।
आज उसी मील में दो मजदूर जो घर से रोज की भांति काम करने के लिए निकले और उनके परिवार वाले उनकी वापसी राह देखते रहे पर दुखद वो दोनों ही अब कभी घर वापस नहीं जा पाएंगे।
दरअसल राजेंद्र उम्र करीब 50 वर्ष निवासी काशीराम कॉलोनी और ब्रजेश पुत्र मानसिंह उम्र करीब 25 वर्ष कौशल दीक्षित की धान मील में पल्लेदारी का कार्य करते थे।शुक्रवार की दोपहर लगभग 1 बजे जब वह धान के बोरों को उठा रहे थे उसी समय धान की एक छल्ली उन पर गिर पड़ी जिसमें दबकर दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई और एक अन्य मजदूर घायल हो गया।वहीं जब इस मामले की जानकारी पारिवारिक जनों को हुई तो वह सभी सौ सैया अस्पताल पहुंचे जहां उन्हें उनके परिजनों की मौत का समाचार मिला।
वहीं मील मालिक ने शवों को सौ सैया अस्पताल पहुंचा तत्काल मील के गेट पर ताला डलवा दिया।
हालांकि मजदूरों की मौत के बाद भी कई घंटों तक मील में अंदर काम चलता रहा।
मील मालिक की पहुंच का अंदाजा इस बात से आप लगा सकते हैं कि पुलिस प्रशाशन और अन्य विभाग के अधिकारी कठपुतली बनकर उनके मील के दरवाजे पर घंटों खड़े रहे पर मील का ताला नहीं खुलवा सके।
वहीं पीड़ित परिजनों ने कई घंटे तक मील के गेट पर धरना प्रदर्शन कर कार्यवाही की मांग की।
नगर के दो मजदूरों की मौत का समाचार सुन समाजवादी पार्टी नेता उमर फारुख बंटी पीड़ित परिवार को सांत्वना देने और उन्हें न्याय दिलाने के लिए मौके पर पहुंच गए।
वहीं पारिवारिक जनों ने मील मालिक पर लापरवाही और मानक के अनुरूप कार्य ना करने का आरोप लगाया।
मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी ओंकारनाथ शर्मा और उपजिलाधिकारी ज्ञानेंद्र द्विवेदी और श्रम प्रवर्तन अधिकारी अरविंद कुमार नेगी के समझाने और कार्यवाही के भरोसा दिलाए जाने के बाद पीड़ित परिजनों ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए जाने दिया।