विष्णु सिकरवार
आगरा। विश्व को शांति का संदेश देने वाले तीर्थंकर महावीर स्वामी की जयंती के अवसर पर उनको नमन किया गया। गांव पुरामना स्थित नेमीचंद एजुकेशनल एकेडमी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रबंधक भूप सिंह इंदौलिया ने महावीर स्वामी के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के उपरांत उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। प्रधानाचार्य हरिकांत शर्मा ने कहा कि गहन ध्यान, आत्म अनुशासन और तपस्या से उन्होंने 42 साल की उम्र में तीर्थंकर की उपाधि प्राप्त की। भगवान महावीर ने जैन धर्म के मूल सिद्धांतों के रूप में अहिंसा, सत्य, चोरी न करना, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह के सिद्धांतों का प्रचार किया। उनका दर्शन आज हम सभी के लिए प्रेरणाश्रोत है। उनके सिद्धांतों को आत्मसात कर जैन धर्म के अनुयाइयों ने अनुकरणीय कार्य किया है। इस मौके पर प्रभाकर शर्मा, चंद्रवीर, कृष्ण कुमार जैन, गोविंद, विष्णु, पूजा, हेमलता, मंजू, साक्षी जैन आदि मौजूद रहे।