विष्णु सिकरवार
आगरा। तहसील किरावली में भूमाफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं भूमाफियाओं के खिलाफ शिकायत करने पर उल्टे शिकायत कर्ता के प्रति जांच शुरू कर धमकाने का प्रयास किया जाता है लेकिन ग्राम प्रधान व ग्रामीण द्वारा सरकारी जमीन की पैमाइश करने की मांग पर भूमाफिया के सामने तहसील प्रशासन पैमाइश करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। ग्रामीण विनोद कुमार शर्मा व श्रीं कृष्ण ने शिकायती पत्र देते हुए बताया कि गांव दूरा में गाटा संख्या 63 सरकारी जमीन बंजर भूमि के नाम से अभिलेखों में दर्ज है गाटा संख्या 67 निजी जमीन है जो गाटा संख्या 67 के बराबर में गाटा 63 है जिसका बैनामा 67 गाटा संख्या बताकर 63 गाटा संख्या में जमीन में पैमाइश कर एक मोटी रकम वसूली जा रही है। ग्राम प्रधान मछला देवी द्वारा गाटा संख्या 63 में आर्युवैदिक हौस्पीटल बनाने के लिए तहसील प्रशासन से अनुमति की मांग की लेकिन तहसील प्रशासन ने लैटर को एक रद्दी की टोकरी में फेंक दिया। दूरा निवासी विनोद कुमार शर्मा व श्री कृष्ण आर्य का कहना है कि भूमाफिया एक एक प्लाट काटकर चार लोगों को प्लाट बेच दिया गया है लेकिन गाटा संख्या 67 में से जमीन कम नही हो रही है । और वह गाटा संख्या 63 की जमीन को अपनी बता कर क्रेता पैमाइश कर दी जाती है। ज्ञात होता है कि राजस्व विभाग की इस भूमि में बड़ी सांठगांठ का खेल चल रहा है जिससे भूमाफिया के आगे तहसील प्रशासन कोई न कोई नया बहाना बना कर टाल दिया जाता है।