
चकबन्ध पटान के दो महीने बाद तक दर्शाए जाते हैं फर्जी श्रमिक।
सकरन/सीतापुर।
सकरन में मनरेगा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर हैं।कहीं एक ही सड़क को दो नाम देकर कागज पर ही कार्य दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है तो कहीं बिना कार्य के ही मस्टर रोल जारी हो रहे हैं। जबकि अधिकांस जगहों पर कार्य बंद है। बंद कार्यों पर भी कई दिनों से मस्टर रोल जारी कर श्रमांश का मीटर बढ़ाया जा रहा है।कही पर कार्य चल भी रहे हैं परंतु मस्टर रोल के अनुसार लेवर नहीं लगाए जा रहे हैं।
ज्ञात हो विकास खंड सकरन की ग्राम पंचायत उल्लहा ,देवरिया खुर्द,अरुवा,मोहारी,काजीपुर,प्यारापुर आदि ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर लेवर घोटाला चल रहा है।