
शाने आलम को एड्स रोगी बता जा रहा है , प्रशासन मे मचा हड़कंप
बिजनौर। जिला कारागार में आत्महत्या का प्रयास करने वाला शाने आलम एड्स रोगी बताया गया है। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार शाने आलम के एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें स्वयं जेल प्रशासन के माध्यम से लिखित रूप में मिली है।
पिछले 03 साल से जेल में कैद बंदी ने शनिवार सुबह खुद को धारदार हथियार (सूत्रों के अनुसार चाकू) से जख्मी कर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह पिछले माह ही गाजियाबाद से बिजनौर जेल लाया गया था।
जानकारी के अनुसार जनपद बिजनौर के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के ग्राम उमरी निवासी शाने आलम पुत्र अतीक को लूट के दौरान हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। करीब तीन साल से वह गाजियाबाद जनपद की जेल में बंद था। 03 नवंबर 2023 को उसे चालान पर गाजियाबाद से बिजनौर जनपद की कारागार में लाया गया। यहां पर वह बैरक नंबर 02 में बंद था और उगाही की रकम न देने के कारण पिछले कई दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था। इसी के चलते उसने शनिवार सुबह लोहे की धारदार पत्ती से अपने शरीर को जख्मी करना शुरु कर दिया। उसने अपने सीना, सिर, गला समेत 8 स्थानों को बुरी तरह फाड़ दिया। उसकी लहूलुहान हालत देकर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उसे आनन फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। चिकित्सकों ने उसके जख्मों पर टांके लगाए।
शाने आलम को एड्स रोगी बता जा रहा है , प्रशासन मे मचा हडकम्प
बिजनौर। जिला कारागार में आत्महत्या का प्रयास करने वाला शाने आलम एड्स रोगी बताया गया है। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार शाने आलम के एचआईवी पॉजिटिव होने की जानकारी उन्हें स्वयं जेल प्रशासन के माध्यम से लिखित रूप में मिली है।
पिछले 03 साल से जेल में कैद बंदी ने शनिवार सुबह खुद को धारदार हथियार (सूत्रों के अनुसार चाकू) से जख्मी कर आत्महत्या का प्रयास किया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह पिछले माह ही गाजियाबाद से बिजनौर जेल लाया गया था।
जानकारी के अनुसार जनपद बिजनौर के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के ग्राम उमरी निवासी शाने आलम पुत्र अतीक को लूट के दौरान हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। करीब तीन साल से वह गाजियाबाद जनपद की जेल में बंद था। 03 नवंबर 2023 को उसे चालान पर गाजियाबाद से बिजनौर जनपद की कारागार में लाया गया। यहां पर वह बैरक नंबर 02 में बंद था और उगाही की रकम न देने के कारण पिछले कई दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था। इसी के चलते उसने शनिवार सुबह लोहे की धारदार पत्ती से अपने शरीर को जख्मी करना शुरु कर दिया। उसने अपने सीना, सिर, गला समेत 8 स्थानों को बुरी तरह फाड़ दिया। उसकी लहूलुहान हालत देकर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। उसे आनन फानन में उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। चिकित्सकों ने उसके जख्मों पर टांके लगाए।