विष्णु सिकरवार
आगरा। सिख धर्म के चौथे गुरु साहिब श्री गुरु रामदास साहिब जी महाराज के पावन प्रकाश पर्व को समर्पित भव्य कीर्तन दरबार का आयोजन गुरुद्वारा गुरु का लाल के दरबार हॉल में किया गया। संगत से भरे खचाखच हाल में अमृत नाम की वर्षा से सभी सरोबार हो गए !रेहरास साहिब जी के पाठ के उपरांत गुरद्वारा गुरु का ताल कीर्तनीय जत्था हजुरी रागी भाई हरजीत सिंह द्वारा अमृतमयी कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया सुखमनी सेवा सभा के प्यारे वीर महेंद्र पाल सिंह ने अपनी मधुर रसना द्वारा “धन-धन हमारे भाग, घर आया पिर मेरा” का गायन किया। उसके बाद उन्होंने “सोढ़ी सृष्ट सकल तारण को अब गुर रामदास को मिली बडाई” शब्द का गायन बहुत ही मनमोहक अंदाज में किया और अंत में उन्होंने “गुरु रामदास राखो सरणाई” का गायन करके संगत को भाव विभोर कर दिया तत्पश्चात दरबार साहिब अमृतसर से विशेष रूप से आमंत्रित रागी भाई अमनदीप सिंह ने अपनी मधुर वाणी से एक के बाद एक कई शब्दों का गायन किया और संगत के बेहद फरमाइश पर “सुन नाह प्यारे इक बेनंती मेरी “शबद का गायन कर सभी को भक्ति रस में डुबो दिया।
गुरु ग्रंथ साहिब जी के दीवान गुरुद्वारा गुरु का ताल प्रमुख संत बाबा प्रीतम सिंह जी ने रागी जनों का सम्मान किया व सारी संगत को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर दलजीत सिंह दुग्गल लकी कार्ड को भी सम्मानित किया गया। समागम में आई गुरु रूप संगत का संत बाबा प्रीतम सिंह द्वारा जी आया नु किया संगत रूप से सतीश सिंह अरोड़ा, गुरमीत सिंह सेठी, संजय जटाना, गुरु सेवक श्याम भोजवानी,हरजिंदर सिंह, हरपाल सिंह ,गुरमुख वयानी, मनीष नागरानी, दलजीत सिंह सेतिया, बॉबी वालिया, राजू सलूजा, मनजीत सिंह चौधरी,गुरदीप लूथरा आदि गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थित रही।