
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सीतापुर। विकास क्षेत्र सकरन सांडा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवतापुर मे बने आंगनबाड़ी केंद्र की स्थित जर्जर हो गई है। समूह द्वारा उसी मे बाल पोषाहार बाटा जाता है। भयानक जंगल होने से जीव जंतु बैठ सकते है। आने जाने वाले को नुकसान कर सकते है। आखिर कार इसका जिम्मेदार कौन होगा। अगर कोई घटना घटित हो गई। कार्य करने वाले अपनी कार्यसैली से बाज नहीं आ रहे। चारों तरफ गंदगी का भरमार है। बड़ी, बड़ी घासे लगी हुई है। वही के सटीक बना सामुदायिक शौचालय जो की चारो तरफ गंदगी फैला रहा है। सामुदायिक शौचालय के गड्ढे जोकि मल मूत्र बाहर बहाने लगे हैं। लेकिन इसकी देखरेख करने वाले देखते हुए भी अनजान बने हुए है। आपको बताते चलें वहां के प्रधान रामकुमार उर्फ रामू, को भी यह ग्रामीणों की समस्या का समाधान करने में पीछे हट रहे हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कहीं ना कहीं तो प्रधान और सफाई कर्मी की मिलीभगत से ऐसा कार्य हो रहा है। जो कि एक लंबी बीमारी की दावत दे रहा सामुदायिक शौचालय देवतापुर का प्रधान ने ना तो वहां पर मिट्टी पटाई जो की ढक्कन शौचालय के ढक सके।और वहां पर बहुत ही घास जंगल लगा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है यहां से निकलना भी दुश्वार हो गया है इतनी गंदगी इस शौचालय में है जोकि दूर से ही जाहिर होता है। आज यह बात मीडिया को ग्रामीणों ने बताई की प्रधान और सफाई कर्मी कोई भी इस समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है। गांव के समीप बने शौचालय इस प्रकार गंदगी होने से अनेकों बीमारियां उत्पन्न हो जाएंगी। वैसे ही बुखार का वायरल तेजी से चल रहा है। आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन होगा प्रधान सफाई कर्मी या फिर उच्च अधिकारी जोकि मामले को संज्ञान में नहीं ले रहे है।