
राम लला के भक्तों को रामनगरी का दर्शन कराएंगी इलेक्ट्रॉनिक बसे,प्रदूषण मुक्त होगी रामनगरी
अयोध्या /रामनगरी अयोध्या का उसकी गरिमा के अनुरूप विकास हो रहा है।राम मंदिर के साथ राम नगरी को दुनिया के मानचित्र पर स्थापित करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयासरत हैं।रामनगरी में हजारों करोड़ रुपए की परियोजनाएं परवान चढ़ रही है।ये परियोजनाएं राम मंदिर के साथ या तो राम मंदिर के बाद पूरी होगी,लेकिन यह कहा जा सकता है कि अगले 3 साल में रामनगरी दुनिया के मानचित्र पर दिखाई देगी।रामनगरी को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए अब इलेक्ट्रिक बस चलाने की तैयारी है।
रामनगरी में छह मुख्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे।इसमें लखनऊ से अयोध्या राम द्वार, गोरखपुर से अयोध्या हनुमान द्वार, गोंडा से अयोध्या लक्ष्मण द्वार, प्रयागराज से अयोध्या भरत द्वार, अंबेडकर नगर से अयोध्या जटायु द्वारा और रायबरेली से अयोध्या गरुड़ द्वार बनाया जाएगा।रामनगरी आने वाले राम भक्तों को इसी प्रवेश द्वार से रामनगरी पहुंचना होगा।योगी सरकार रामनगरी में अब इलेक्ट्रिक वाहन चलाने की तैयारी में है।इसके लिए रामनगरी के सभी प्रवेश द्वारों से 35 बसें चलेंगी जो रामनगरी आने वाले राम भक्तों,श्रद्धालुओं और पर्यटकों को विभिन्न गंतव्य तक पहुंचाएंगी।इलेक्ट्रिक बसे रामनगरी के अंदर दर्शन पूजन के लिए मैक्सिमम दूरी पर श्रद्धालु को छोड़ेगी जहां तक वह जा सकते हैं।
अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह बताते हैं कि आगामी दिनों में अयोध्या में आने वाले भक्तों के लिए इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाई जाएंगी जो पूर्ण रूप से वातानुकूलित रहेगी।अयोध्या के अंदर आने वाले विभिन्न शहरों के मार्ग जो होंगे उन प्रवेश द्वारों से यह बसें अंदर चलेगी।मैक्सिमम दूरी तक यह बसे राम भक्तों को श्रद्धालुओं को पर्यटकों को पहुंचाएंगे।इसके आगे देवालयों में जाने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा करनी होगी।आगामी दिनों में पूर्ण रूप से अयोध्या के अंदर इलेक्ट्रिक बसे ही चलाई जाएंगी,जिससे कि अयोध्या को प्रदूषण मुक्त रखा जा सके।
अयोध्या नगर के विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि भविष्य में रामनगरी के अंदर 35 इलेक्ट्रॉनिक बसें चलाई जाएगी जो अयोध्या में बनाए जाने वाले प्रवेश द्वार 6 द्वार जहां मार्केट पार्किंग बनाए जाएंगे। वहीं से इलेक्ट्रिक बसे अयोध्या के अंदर आने के लिए चलेंगी।विधायक ने कहा कि हम अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को कैसे बेहतर सुविधा दे सकते हैं। इस पर लगातार प्रयास किया जा रहा है। अयोध्या के हर प्रवेश द्वार से इलेक्ट्रॉनिक बेस लगेगी जो अयोध्या के अंदर श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक पहुंचाएंगी।