चोरी की बाइक बरामद होने के बाद भी पुलिस ने नही पंजीकृत किया अपराध ।
मिश्रित सीतापुर / कोतवाली मिश्रित में जबसे प्रभारी निरीक्षक अपराध बीरेन्द्र कुमार पंकज ने कार्य भार सम्भाला है । तबसे कोतवाली में ही न्यायालय का भी काम स्वयं करने लगे है । आटो लिफ्टर गैंग व्दारा मोटर साइकिल चोरी करने वाले चोरों को दो दिन तक कोतवाली में बंद करने के बाद बिना अपराध पंजीकृत किए ही पकड़ी गई मोटर साइकिल वाहन स्वामी के हवाले करके चोर को थाने से ही रिहा कर दिया । मांमला क्षेत्र में काफी चर्चा का बिषय बना हुआ है । आपको बता दें कि कस्बा मिश्रित के सीता कुंड वार्ड निवासी संतोष कुमार बीती 23 जुलाई सोमवार को नैमिषारण्य के देवदेश्वर मंदिर को दर्शन करने गए थे । अपनी डिस्कवर मोटर साइकिल नम्बर यूपी 34 पी 7082 बाहर खड़ी करके मंदिर में बेल पत्र चढाने चले गए । जब वापस आए तो उनकी बाइक अज्ञात चोर उड़ाकर चम्पत हो चुके थे । उन्होने घटना की तहरीर थाना नैमिषारण्य में दी थी । परन्तु पुलिस ने बाइक खोजने में कोई दिलचस्पी नही ली । तो उसने अपने सूत्रों से बाइक खोजना सुरू किया । बीते शनिवार को पता चला कि उसकी बाइक को लेकर कुछ अज्ञात लोग आंट के देशी शराब ठेके पर खड़े है । वह बिना समय गंवाए कस्बा आंट पहुंचा और पूंछा यह बाइक कहां से लाए हो तो वह भागने का प्रयास करने लगे । परन्तु उसने साहस दिखाकर उसको रोंक लिया और मिश्रित पुलिस को फोन किया । मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने चोरी की बाइक सहित चोर को कोतवाली ले आई थी । और दो दिन तक कोतवाली में रोकने के बाद कल सोमवार को पुलिस ने बिना कोई अपराध पंजीकृत किए ही बाइक स्वामी को कोतवाली बुलाकर उसकी बाइक उसके हवाले कर दिया । और चोर को यह कहकर छोड़ दिया कि उसके छोटे छोटे बच्चे है । जेल भेजना ठीक नही है । कोतवाली पुलिस की यह कार्य शैली क्षेत्र में काफी चर्चा का बिषय बनी हुई है ।