कुपोशित बच्चों और गर्भवती धात्रीं महिलाओं को मिलने वाला राशन हो रहा कालाबाजारी ।
चार बच्चों वाले परिवार में दो ही बच्चों को दिया जा रहा राशन ।
ग्रामीणों के विरोध करने पर कार्यकर्ती के सिपहसालार होते है आमांदा फौजदारी ।
मिश्रित सीतापुर / प्रदेश सरकार व्दारा कुपोशित बच्चों और गर्भवती धात्री महिलाओं को उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री खुले आम कालाबाजारी हो रही है । तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व्दारा खाना पूर्ती करने हेतु एक दो बार वितरण कर दी जाती है । ग्रामीणों के बिरोध करने पर उनके सिपहसालार आमांदा फौजदारी होकर मारपीट पर उतारू हो जाते है । यह सनसनीखेज मांमला विकासखंड मिश्रित की ग्राम पंचायत अकबरपुर के मजरा टिकरा का है । यहां पर तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ती मिथिलेश कुमारी द्वारा गर्भवती धात्री महिलाओं को और कुपोषित बच्चों को शासन से मिलने वाली सामग्री कभी कभार ही वितरित कर खाना पूर्ती की जा रही है । शेष दिनों की सामग्री खुले आम कालाबाजारी की जा रही है । ग्रामीणों द्वारा इस बात का विरोध करने पर कार्यकर्ती के सिपहसालार आमांदा फौजदारी होकर मार पीट पर उतारू हो जाते हैं । अभी कुछ दिन पहले टिकरा गांव में कार्यकर्ती मिथिलेश कुमारी व्दारा सामग्री वितरण की जा रही थी। जिसमें एक ग्रामीण के 4 बच्चे हैं । कार्यकर्ती ने दो ही बच्चों को राशन दिया । जब उसने पूंछा कि 2 बच्चों को राशन क्यों नहीं । तो कार्यकर्ती ने कहा कि जिनके 4 बच्चे हैं । उनके दो बच्चों को ही राशन मिलेगा । ग्रामीणों की सिकायत पर वहां पहुंचे एक मीडिया प्रतिनिधि ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ती से जब इस बात की जानकारी लेनी चाही । तो मौके पर खड़े उनके एक सिपहसालार ने मीडिया प्रतिनिधि की माइक छीनकर मारपीट पर आमांदा हो गया । जिससे पीड़ित मीडिया प्रतिनिधि समांचार कवरेज न करके बैरंग वापस चला आया । पीड़ित मीडिया प्रतिनिधि और ग्राम टिकरा के स्थानीय निवासियों ने तैनात कार्यकर्ती व उनके सिपहसालार की जांच कराकर कार्यवाही करने की मांग की है ।