बदलापुर के पूर्वविधायक ओम प्रकाश बाबा दूबे जी पहुँचे विटिया के घर*
बदलापुर/जौनपुर ब्यूरो चीफ अरुण कुमार दुबे
जितनी मुँह उतनी बातें, नज़दीक से जानने वाले कुछ बताते दूर से जानने वाले कुछ, लेकिन यह बात सही थी कि जनता जितना आकलन कर रही थी भगवान ने उसी के हिसाब से उन्हें धन भी दिया था इसमे कोई अतिश्योक्ति नही थी, लोकसभा का भी चुनाव लड़े बसपा से और बहुत जबरदस्त लड़े उस पार्टी की पहुँच पूरे लोकसभा में पहुँचा दिए लेकिन जीत नही पाए बाद में बदलापुर से विधायक भी बने, इस बार बहुत थोड़े मतों से इस बार पराजित हुए, मतलब विधायक जी के हिस्से में संघर्ष अधिक है सफलता कम राजनैतिक रूप से।
यह तो हुआ राजनैतिक परिचय, मनुष्य के एक रूप मानवीय भी होता है,विधायक बाबा दुबे जी उसमे हमेशा शीर्ष पे रँहे है, उसका एक उदाहरण हम लोगों ने कोरोना काल मे देखा था जब एक ठाकुर परिवार के अकेले लड़के को ब्लैक फंगस होने के कारण देहांत हो गया था विधायक जी ने एक लाख की बड़ी मदद अपने पास से की थी
आज देखिए बदलापुर की एक ब्राह्मण विटिया के शादी बारे में पता चला तब विधायक जी बिटिया के घर ही पहुंच गए 11 साड़ी,5100/रु दान दिए
देखिए सम्पन्नता का यह रूप भी, मानवीय दृष्टिकोण से देखिए तो किंतना सुखद लगेगा,एक कुबेर पुत्र किसी गरीब की कुटिया में जाकर बैठा हो इसलिए कि हम आपकी मदद में आये हैं, यह दृश्य सहायता के साथ साथ आँखों और आत्मा को सुकून पहुचाने वाला भी है, विधायक जी मदद भिजवा भी सकते थे वह भी महत्वपूर्ण होता, लेकिन उनका खुद चलकर उस गरीब के छप्पर तक जाना उनके बड़े ह्रदय का परिचायक है।
धन्यवाद विधायक जी आपकी यह मदद उस परिवार के लिए तो सुकून पहुचाने वाली है ही,समाज के लिए भी यह सन्देश है कि अगर सामर्थ्य वान लोग कदम आगे बढ़ाए तो समाज उनके पदचिन्हों पे चलने लगता है